बीजिंग, (हि.स.)। आतंक के मुद्दे पर पाकिस्तान को मिली अमेरिकी चेतावनी के बाद चीन मंगलवार को अपने मित्र के बचाव में उतर गया। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट से मिली।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि वह आतंकियों को पनाह देना बंद करे। ट्रंप के इस बयान को आड़े हाथों लेते हुए चीन ने पाकिस्तान का पक्ष लिया है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने बयान जारी करते हुए कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि अमेरिका अपनी नीति के अनुकूल इलाके में सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखेगा। मेरे नजरिए में ट्रंप पाकिस्तान पर आतंकियों को पनाह देने के आरोप लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें यह भी देखना चाहिए कि पाकिस्तान भी आतंकवाद से लड़ने और शांति बनाए रखने में सहयोग कर रहा है।”
ट्रंप ने सोमवार को अफगानिस्तान और दक्षिण एशियाई नीति को लेकर स्पष्ट किया था कि पाकिस्तान भी आतंकवाद की मार झेल रहा है, लेकिन फिर भी वह आतंकवादियों के लिए स्वर्ग भी बना हुआ है।
चुनयिंग ने आगे कहा कि अमेरिका और पाकिस्तान आतंकवाद पर लगाम लगाने की दिशा में आपसी सहयोग से काम करें और एक-दूसरे का सम्मान बरकरार रखते हुए वैश्विक शांति बनाए रखें।
भारत और अमेरिका के सुधरते रिश्तों पर भी चीनी प्रवक्ता ने कहा कि चीन इस बात से खुश है कि अमेरिका और भारत के मजबूत हो रहे हैं, लेकिन दोनों देश यह जरूर ध्यान रखें कि उनका संबंध किसी दूसरे देश को हानि ना पहुंचाए। उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों देश क्षेत्रीय शांति बनाए रखते हुए विकास करेंगे।
चुनयिंग ने कहा कि भारत और अमेरिका से उसके द्विपक्षीय संबंध किसी तीसरी पार्टी को निशाना बनाने के लिए नहीं है। उन्होंने डोकलाम विवाद पर भारत की आलोचना भी की। उन्होंने कहा कि डोकलाम पर भारत के कदम ने चीन के लोगों के मन में नकारात्मक छवि बनाया है। भारत को अपने शब्दों और कर्मों में तालमेल रखना चाहिए।