वाशिंगटन, (हि.स.)। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पाकिस्तान को दी जाने वाली हर तरह की सैन्य मदद बंद करने की तैयारी में हैं। यह जानकारी रविवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
समाचार पत्र डॉन के मुताबिक, यह दावा अमरीकी विदेश नीति रिपोर्ट में किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान को लेकर अमरीका की जो अगली रणनीति है। इससे अमरीका और पाकिस्तान के रिश्तों में बड़ा बदलाव आने वाला है। अमरीका का मानना है कि पाकिस्तान उसे ठग रहा है।
व्हाइट हाऊस के एक अधिकारी ने कहा, " ट्रंप का कहना है कि पाकिस्तान हमें ठग रहा है। ऐसे में वे पाकिस्तान को दी जा रही हर तरह की सैन्य मदद बंद करना चाहते हैं। यह रणनीति का हिस्सा है।"
अधिकारी ने आगे कहा कि रक्षा विभाग का मानना है कि पाकिस्तान और अमरीका के रिश्तों में दिक्कतें हैं। ट्रंप ने अफगानिस्तान पर रणनीति को लेकर कैम्प डैविड में नैशनल सिक्योरिटी से जुड़े अपने मददगारों के साथ तमाम विकल्पों पर विचार किया।
हालांकि, वे तय नहीं कर पाए कि अमरीका की ओर से लड़ी जा रही इस सबसे लंबी जंग पर और सैनिक भेजेंगे या नहीं। ज्यादा सैनिकों को भेजने से अमरीका के पाकिस्तान से रिश्तों पर काफी असर होगा। इस बैठक में पाकिस्तान के अफगान तालिबान की पनाहगार बनने और आतंकियों को पकड़ने में नाकाम रहने पर भी चर्चा हुई। हालांकि, उस पर सख्ती बरतने को लेकर अलग-अलग राय थीं।
अमरीका के अधिकारियों का कहना था कि तालिबान को पाकिस्तान की सेना और आईएसआई की मदद मिलती है। पैंटागन आतंकवाद से लड़ने के लिए पाकिस्तान को दिए जाने वाले धन पर पहले ही रोक लगा चुका है। अमरीकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस का दावा है कि उन्हें इस बात के सबूत नहीं मिले कि पाकिस्तान ने हक्कानी नैटवर्क के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।