वाशिंगटन, (हि.स.)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मेक इन अमेरिका पर जोर के कारण कुछ मुख्यकार्यकारी शर्मिंदगी के चलते उनकी सलाहकार परिषदों से हट गए हैं। यह जानकारी गुरुवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
विदित हो कि शेर्लोट्स्विले में हुई हिंसा पर अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप की अस्पष्ट प्रतिक्रिया से नाराज मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने इस्तीफे दिए। इसके बाद ट्रंप ने अपनी दो व्यापार सलाहकार परिषदें निरस्त कर दीं।
उल्लेखनीय है कि 11 सीईओ ने ट्रंप की दो परामर्श परिषदों से इस्तीफा दे दिया है। इनमें मार्क के कैनेथ फ्रेजिएर, इंटेल के ब्रायन क्रुजानिक, अंडर आर्मर के केविन प्लेंक व अमेरिकन फेडरेशन ऑफ लेबर एंड कांग्रेस ऑफ इंडस्ट्रीयल आर्गेनाइजेशंस के सीआईओ के अध्यक्ष रिचर्ड ट्रूमका शामिल हैं।
ट्रंप ने मैनुफैक्चरिंग एडवाइजरी काउंसिल की स्थापना जनवरी में शपथ ग्रहण के बाद की थी। उन्होंने 16 सदस्यीय स्ट्रैटेजिक एंड पॉलिसी फोरम की स्थापना दिसंबर में की थी.,तब ट्रंप निर्वाचित राष्ट्रपति थे।
ट्रंप ने एक ट्वीट कर कहा, “मैनुफैक्चरिंग काउंसिल और स्ट्रैटेजी एंड पॉलिसी फोरम के कारोबारी लोगों पर दबाव डालने के बजाय, मैं दोनों को ही खत्म कर रहा हूं।आप सबका शुक्रिया।अब तक सलाहकार परिषदों के 11 सीईओ इस्तीफा दे चुके हैं। इनमें से अधिकतर अधिकारियों ने शेर्लोट्स्विले में सप्ताहांत पर हुई हिंसा पर राष्ट्रपति की ढुलमुल प्रतिक्रिया पर हो रही आलोचना के चलते इस्तीफा दिया है।”
ट्रंप ने अपने ट्रंप्स टावर में संवाददाताओं से कहा, “अगर आप विचार करें कि आप जिन कुछ लोगों के बारे में बात कर रहे हैं वे देश के बाहर से हैं। उनके ज्यादातर उत्पाद बाहर बनते हैं। उदाहरण के रूप में आप मर्क को लें.। देखें कि उसके उत्पाद कहां बनते हैं। वे हमारे देश से बाहर बनते हैं।”