वाशिंगटन, (हि.स.) । तकनीकी इंडस्ट्री में लिंगभेद का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है । ताजा मामला गूगल के इंटरनल मेमो में विविधता की आलोचना को लेकर है। एक कर्मचारी ने मेमो की विविधता की आलोचना की है जिससे बहस छिड़ गई है। यह जानकारी बुधवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
बीबीसी के अनुसार, गूगल के इंटरनल मेमो में विविधता को लेकर एक कर्मचारी की ओर से की गई आलोचना के बाद यह मुद्दा गरमाया है। एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने पुरुषों और महिलाओं के बीच बायोलॉजिकल अंतर होने की वजह से शीर्ष पदों पर महिलाओं की कमी होने की दलील दी थी।
इंडस्ट्री में काम करने वाली महिलाओं और पुरुषों ने भी इस दलील का कड़ा विरोध किया है।
इस मुद्दे पर बीबीसी ने चार महिला सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स से बातचीत की और उनके अनुभव जानने की कोशिश की। इस बारे में 27 साल की चेल्सी स्लेटर ने बताया कि उन्होंने ऑफिस में थोड़ा लिंगभेद देखा है। हालांकि ऐसे कुछ बेहतरीन संस्थान भी हैं, जहां विविधता और ऑफिस कल्चर का खास ध्यान रखा जाता है। चेल्सी लिवरपूल गर्ल गीक्स की सह-संस्थापक हैं। यह कंपनी महिलाओं को तकनीकी क्षेत्र में नौकरी दिलाने में मदद करती है।
चेल्सी ने कहा कि लड़कियों का थोड़ा मनोबल बढ़ाया जाए और उन्हें यह बताया जाए कि वह कुछ भी कर सकती हैं तो उन्हें काफी ऊर्जा मिलती है।
वहीं 26 साल की मार्टिना एक बड़े बैंक में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। उन्होंने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि महिलाओं के लिए सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में करियर की शुरुआत करना थोड़ा कठिन है, लेकिन आप इसके लिए बेहतरीन हैं और किसी को भी इस बारे में बेवजह मत बोलने दीजिए।मार्टिना ने कहा, “जब आप सीख रहे हैं, आप जीत रहे हैं, इसलिए डटे रहिए और एक ऐसी कम्युनिटी की तलाश करिए जो आपका समर्थन करे और हिम्मत दे।”
उधर सॉफ्टवेयर इंजीनियर और स्नैप टेक की संस्थापक जेनी ग्रिफिथ्स ने कहा कि इस तरह की बातें करने वाले गूगल के कर्मचारी रुढ़िवादी हैं।
उन्होंने कहा, ''मैं जानती हूं बहुत सारे लोग पुरुष प्रधान माहौल में जाने से डरते हैं, लेकिन हमारे पास आने वाली पीढ़ी के लिए इस माहौल को बदलने का मौका है।''
जेनी का कहना है कि इंजीनियरिंग को बतौर करियर चुनने के पीछे सबसे खास वजह यह होनी चाहिए कि आपको अपने काम और क्वालिटी के लिए जज किया जाए ना कि आपकी उम्र या लिंग को लेकर।