लाहौर, (हि.स.)। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के प्रधानमंत्री रजा फारूख हैदर के बयान पर पूरे पाकिस्तान में खास तौर पर पंजाब में बवाल मच गया है, क्योंकि उन्होंने अपने बयान में कश्मीर को लेकर लीक से हटकर बातें कही हैं। यह जानकारी मंगलवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
उन्होंने गत शनिवार को कहा, “कश्मीर के लोगों अब यह सोचने की जरूरत नहीं है कि उन्हें किस देश से सबसे ज्यादा लगाव है।”
स्थानीय टीवी चैनल के अनुसार, फारूख के इस बयान को लेकर खलबली इसलिए भी मची है कि हाल ही में नवाज शरीफ को पनामागेट मामले में पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट द्वारा दोषी पाए जाने के बाद प्रधानमंत्री पद से हटाया दिया गया है। उनके पद से हटने के बाद इस तरह के बयान का खासा मलतब निकाला जा रहा है।
फारूख के इस बयान को लेकर पाकिस्तान के पंजाब विधानसभा में उनके खिलाफ एक प्रस्ताव पेश किया गया है, जिसमें उनके इस्तीफे की मांग की गई है। हैदर ने कहा, “मुझे सोचना पड़ेगा, बतौर कश्मीरी कि मैं किस मुल्क के साथ अपनी किस्मत को जोडूं।”
उल्लेखनीय है कि पाक अधिकृत कश्मीर का जो भी प्रधानमंत्री बनता है उसे पाकिस्तान अपने इशारे पर घुमाता है। लेकिन फारूख हैदर ने जिस तरह बगावत के सुर छेड़े हैं उससे साफ जाहिर है कि पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के लोग अब पाकिस्तान के जुल्मों से परेशान हो चुके हैं। गौर करने वाली बात यह है कि पीओके के लोगों का भारत पर भरोसा बढ़ा है।
भारत ने जम्मू-कश्मीर में जिस तरह से अलगाववादी नेताओं पर लगाम कसी है जिसके बाद आतंक का कारोबार ठप्प हो गया है। भारत के इस कदम से भी पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) की जनता की उम्मीदें बढ़ी हैं। जनता के मूड को देखकर पीओके के प्रधानमंत्री को भी पैंतरा बदलने का यह सही वक्त लगा, इसलिए उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ बगावत की आवाज बुलंद कर दी।