अंतरराष्ट्रीय
नाटो देशों की सीमाओं पर रूस करेगा सैनिकों की तैनाती
By Deshwani | Publish Date: 1/8/2017 4:01:35 PMवाशिंगटन, (हि.स.)। रूस ने नाटो देशों के पूर्वी क्षोर पर ग्रीष्म ऋतु के बाद करीब एक लाख सैनिकों की तैनाती के संकेत दिए हैं। हालांकि ऐसा सैन्य अभ्यास के लिए किया जाएगा, लेकिन यह अब तक की सबसे बड़ी सैन्य तैनाती होगी।
रूस ने इस सैनिक अभ्यास को ‘जापड़’ का नाम दिया है। इसके लिए बेलारूस के पश्चिम, बाल्टिक सागर, पश्चमी रूस तथा रूसी कैलिंगार्ड में सैनिक जमावड़ा किया जाएगा। इस सैनिक अभ्यास में रूस की सशस्त्र सेना (फर्स्ट गार्डस टैंक) मौजूद रहेंगे।
न्यूयार्क टाइम्स के अनुसार, इस जमावड़े का अर्थ यह कदापि नहीं लगाया जाना चाहिए कि रूस ने यह कदम सीनेट में हाल ही में पारित उस प्रस्ताव के जवाब में उठाया है, जिसमें रूस के खिलाफ और कड़े प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। रूस के राष्ट्रपति ने यह निर्णय कुछ अर्से पहले लिया था। सीनेट ने जो प्रस्ताव पारित किया था उस पर डोनाल्ड ट्रंप ने अभी हस्ताक्षर नहीं किए हैं।
हालांकि अमेरिकी सैन्य अधिकारियों को रूस का यह कदम नागवार गुजरा है। वे इसे सैनिक अभ्यास का एक बहाना मान रहे हैं। बेलारूस सहित जिन सीमा स्थलों पर सैनिकों का यह जमावड़ा किया जा रहा है, वे सीमा स्थल नाटो देशों-पोलैंड, लिथुआनिया और लाटिविया के समीप हैं।