अंतरराष्ट्रीय
‘बलपूर्वक लक्ष्य हासिल करना चाहता है चीन’
By Deshwani | Publish Date: 25/7/2017 7:45:34 PMवाशिंगटन, (हि.स.)। चीन बलपूर्वक और हटधर्मिता के सहारे येन केन प्रकारेण अपना लक्ष्य हासिल करना चाहता है। ये बातें अमेरिकी खुफिया एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहीं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी विदेशी मामलों की खुफिया सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अपने उद्दश्यों को हासिल करने के लिए चीन तेजी से ‘‘बलपूर्वक, हठधर्मी’’ तरीके अपना रहा है जैसा कि विवादित दक्षिण चीन सागर में देखा गया है।
केंद्रीय खुफिया एजेंसी के ईस्ट एशियन मिशन सेंटर के उप सहायक निदेशक माइकल कोलिंस की टिप्पणी पेंटागन के सोमवार को दिए गए उस बयान के बाद आई है जिसमें उसने कहा था कि पूर्वी चीन सागर में रविवार को दो चीनी जे 10 लड़ाकू विमानों ने ‘असुरक्षित’ तरीके से अमेरिकी नौसेना के एक निगरानी विमान को बाधित किया था।
चीन और अमेरिका के लंबे समय से सहयोगी रहे देश जापान, पूर्वी चीन सागर में द्वीपों की श्रंखला पर अपना-अपना दावा जताते हैं। सेनकाकू द्वीपों को लेकर कई बार तनाव बढ़ा है जिसपर चीन डायओयु द्वीप बताकर अपना दावा जताता है।
कोलिंस ने कहा, ‘‘वे (चीन) अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए बलपूर्वक, हठधर्मी तरीके अपना रहे हैं और इस कारण हमारे लिए यह ध्यान में रखना होगा कि उत्तर कोरिया, दक्षिण चीन सागर, व्यापार जैसे मुद्दे पर चीन किस तरह आगे बढ़ रहा है। ’’ हालांकि उन्होंने कहा कि चीन के व्यवहार का यह मतलब नहीं है’ कि अमेरिका और चीन इस क्षेत्र में युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं।
अमेरिका में जापान के राजदूत केनिचिरो सासा ने कहा, ‘‘हम इन दिनों अपने कुछ सहयोगी और मित्रों का नेटवर्क विकसित कर रहे हैं जिसमें आसियान तथा भारत भी शामिल है।” उन्होंने आगे कहा कि चीन की महत्वाकांक्षा एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका से केवल बराबरी करने तक सीमित नहीं है। यह केवल आर्थिक महत्वकांक्षा के लिए नहीं है, बल्कि कूटनीतिक महत्वकांक्षा है। वह अमेरिका से मुकाबला करना चाहता है।