वाशिंगटन, (हि.स.)। अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के बड़े बेटे, उनके दामाद और पूर्व चुनाव अभियान प्रबंधक सीनेट कमेटी के सामने पेश होंगे, जहां वे अपना बयान दर्ज कराएंगे। यह जानकारी गुरुवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
समाचार एजेंसी रॉयटर के अनुसार, सीनेट की कमेटी 2016 में अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप की जांच कर रही है। ट्रंप के बड़े बेटे डोनल्ड ट्रंप जूनियर, दामाद जैरेड कशनर और पूर्व चुनाव अभियान प्रबंधक पॉल मैनफोर्ट रूसी अधिकारियों से संबध रखने के मामले में संदिग्ध हैं।
सीनेट न्यायिक समिति ने बुधवार को कहा कि ट्रंप जूनियर और मैनफोर्ट को 26 जुलाई की एक सुनवाई में बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया है। वहीं, कशनर को खुफिया एजेंसी के सवालों का जवाब बंद कमरे के भीतर 24 जुलाई को देना है। पिछले साल ये सभी एक रूसी वकील के साथ बैठक में शामिल हुए थे जिसमें हिलरी क्लिंटन को नुक़सान पहुंचाने की बात कही गई थी। हिलरी क्लिंटन राष्ट्रपति चुनाव में ट्रप की प्रतिद्वंद्वी थीं।
हालांकि ट्रंप और उनके सहयोगियों ने रूस से किसी भी तरह के संबंधों से इन्कार किया है। इस बीच ट्रंप ने कहा है कि अगर उन्हें पता होता कि जेफ़ सेशन इस जांच से ख़ुद को अलग कर लेंगे को तो उन्हें (सेशन को) अटॉर्नी जनरल ही नियुक्त नहीं करते।
समाचार पत्र ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ को दिए एक साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा, ''अटॉर्नी जनरल का फ़ैसला बिल्कुल अनुचित था। सेशन को इस जांच से ख़ुद को अलग नहीं करना चाहिए था। अगर उन्हें ख़ुद को अलग करना था तो अटॉर्नी जनरल की ज़िम्मेदारी संभालने से पहले बताना चाहिए था। ऐसे में मैं किसी और को यहां लाता।''
ज्ञात हो कि सेशन ने अमरीकी चुनाव में रूसी हस्तक्षेप से जुड़ी जांच से ख़ुद को मार्च महीने में अलग कर लिया था। ट्रंप के इस हालिया बयान पर जेफ़ सेशन ने कुछ भी टिप्पणी नहीं की है।