अंतरराष्ट्रीय
पुराने राज खोलकर देशभक्ति का सबूत दे रहे नवाज
By Deshwani | Publish Date: 20/7/2017 5:33:56 PMइस्लामाबाद, (हि.स.)। पनामागेट मामले में फंसे नवाज शरीफ धीरे-धीरे कुछ पुराने राज खोल कर पाकिस्तानी आवाम के समक्ष एक सच्चे देश भक्त होने का सबूत पेश कर रहे हैं।
सियालकोट चैंबर ऑफ कॉमर्स के एक कार्यक्रम में शरीफ ने बुधवार को अपना पक्ष रखते हुए कहा कि यदि उन्हें पाकिस्तान की चिंता नहीं होती तो वह अमेरिका की पेशकश मंजूर कर लेते। उन्होंने बताया कि साल 1998 में परमाणु परीक्षण नहीं करने के लिए उन्हें तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने 5 अरब डॉलर (करीब 32 हजार करोड़ रुपये) का ऑफर दिया था।
पाक मीडिया के मुताबिक, शरीफ विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, “इन लोगों का टारगेट सिर्फ नवाज शरीफ को पद से हटाना और फिर अपना रास्ता बनाना है। वे यह जनमत से नहीं कर सकते और अब एक दूसरा रास्ता अपना रहे हैं।"
उल्लेखनीय है कि साल 1998 में भारत ने राजस्थान के पोखरण में परमाणु परीक्षण किया था। इसके कुछ दिनों बाद ही पाकिस्तान ने भी परमाणु परीक्षण किया था। उस वक्त पाकिस्तान में नवाज शरीफ की सरकार थी।
नवाज ने यह बयान ऐसे समय दिया है जब सुप्रीम कोर्ट में संयुक्त जांच दल की रिपोर्ट पेश होने के बाद उनके खिलाफ धनशोधन मामले की सुनवाई चल रही है। संयुक्त जांच दल की रिपोर्ट के अनुसार शरीफ ने अपनी संपत्ति का ब्योरा छिपाया है।विदित हो कि नवाज शरीफ से विपक्ष इस्तीफे की मांग कर रहा है। शरीफ ने अपने विरोधियों को चेताया है कि यदि आज उन्हें दोषी ठहराया गया है तो कल उनकी बारी होगी।