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ईरान में जासूसी के आरोप में अमरीकी को 10 साल की जेल
By Deshwani | Publish Date: 17/7/2017 12:30:48 PM
ईरान में जासूसी के आरोप में अमरीकी को 10 साल की जेल

तेहरान, (हि.स.)। ईरान में एक अमरीकी नागरिक को जासूसी के आरोप में 10 साल की क़ैद की सज़ा सुनाई गई है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
 
बीबीसी के अनुसार, कथित जासूस की पहचान चीनी-अमरीकी नागरिक शियू वांग (37) के रूप में की गई है। वह अमेरिका के प्रिंसटन विश्वविद्यालय में शोध कर रहे थे।
न्यायिक सेवा की समाचार एजेंसी के मुताबिक वांग को पिछले साल अगस्त में गिरफ़्तार किया गया था जब वह देश छोड़कर जाने की कोशिश कर रहे थे। उन्हें दी गई सज़ा का ऐलान सरकारी टीवी पर किया गया।
इस बीच अमरीकी विदेश मंत्रायल ने ईरान से मांग की है कि जिन लोगों को झूठे आरोपों में पकड़ा गया है, उन्हें रिहा किया जाए। एक अमरीकी अधिकारी ने कहा, "ईरान की सरकार झूठे आरोपों में फंसाकर अभी भी अमरीकी और अन्य देशों के नागरिकों को पकड़ रही है।"
ईरानी न्यायिक सेवा की सरकारी समाचार एजेंसी मिज़नऑनलाइन के मुताबिक, वांग एक घुसपैठ प्रोजेक्ट का हिस्सा थे जो अमरीका और ब्रितानी संस्थानों के लिए ख़ुफ़िया जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहा था। ये जानकारियां अमरीकी विदेश मंत्रालय, प्रिंसटन यूनिवर्सिटी, हार्वर्ड कैनेडी स्कूल और ब्रिटिश इंस्टीट्यूट ऑफ़ पर्शियन स्टडीज़ के लिए भी जुटाई जा रही थीं।
एजेंसी के मुताबिक, "गिरफ़्तार होने से पहले वांग ने क़रीब साढ़े चार हज़ार पन्ने के दस्तावेज़ डिजिटली आर्काइव भी कर लिए थे।"
तेहरान में अधिकारियों के अनुसार, क़रीब 70 लोग जासूसी के आरोप में जेलों में सज़ा काट रहे हैं, जिनमें से कुछ ही लोगों की पहचान सार्वजनिक की गई है।
न्यायिक सेवा के अधिकारी ग़ुलाम हुसैन मोहसेनी एजेई ने कहा, "वांग जानकारियां जुटा रहे थे और सीधे अमरीका से निर्देश ले रहे थे। उन्हें 10 साल के कारावास की सज़ा सुनाई गई है। हालांकि सज़ा के ख़िलाफ़ अपील की जा सकती है।" उन्होंने कहा कि यह फ़ैसला ईरान की एक अदालत का है। उन्होंने इसके बारे में और कोई जानकारी नहीं दी।
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