ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
अंतरराष्ट्रीय
उत्तर कोरिया के मुद्दे पर चीन से बातचीत संभव
By Deshwani | Publish Date: 2/7/2017 2:03:54 PM
उत्तर कोरिया के मुद्दे पर चीन से बातचीत संभव

वाशिंगटन, (हि.स.)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प रविवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और जापानी प्रधान मंत्री शिंजो आबे के साथ बातचीत करेंगे। ट्रंप ने कहा उत्तरी कोरिया के परमाणु कार्यक्रम से इस्पात का अधिक उत्पादन होना है। यह बातचीत 7-8 जुलाई को जर्मनी के हैम्बर्ग में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों नेताओं के साथ आयोजित बैठकों में होने वाली है। इस बैठक में जहां व्यापार को प्राथमिकता दी जा सकती है। 

अपने चुनाव अभियान में ट्रंप ने व्यापार नियमों को कड़ा करने का वचन दिया। अब राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों का हवाला देकर स्टील के आयात पर नए कोटा या टैरिफ पर विचार कर रहे हैं। साथ ही, जी-20 में अपनी चिंताओं पर चर्चा करने की योजना भी बना रहे हैं।

अप्रैल में फ्लोरिडा में शी के साथ मुलाकात में ट्रंप ने कहा था कि वे व्यापार के मुद्दों पर चीन के साथ काम करने को तैयार हैं लेकिन, वो देखना चाहते हैं कि बीजिंग ने अपने आर्थिक लाभ का उपयोग करने के लिए उत्तरी कोरिया को अपने परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों को वापस करने के लिए मजबूर किया। जो संयुक्त राज्य अमेरिका और दक्षिण कोरिया और जापान के सहयोगियों के लिए खतरा है। ट्रम्प ने इस पर निराशा जाताई है कि चीन ने प्योंगयांग पर दबाव डालने के लिए और कुछ नहीं किया है और व्यापार प्रणाली पर आगे बढ़ने पर विचार कर रहा है।

ट्रम्प ने शुक्रवार को वाशिंगटन में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेए-इन के साथ वार्ता के बाद उत्तर कोरिया के एक निर्धारित प्रतिक्रिया तय करने के लिए बुलाया। उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच अभी भी युद्ध हो रहा है। अभी तक 1950-53 के संघर्ष के बाद शांति हो गयी, लेकिन युद्ध खत्म नहीं हुआ है। उत्तर कोरिया ने अपने हथियार कार्यक्रमों को अमेरिकी शत्रुता का मुकाबला करने के लिए जरुरी माना है और वह लगातार अमरिका को खत्म करने की धमकी देता रहा है।

image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS