अंतरराष्ट्रीय
मोसुल राज्य में ईराकी सेना द्वारा दर्जनों नागरिक सुरक्षित निकाले गये
By Deshwani | Publish Date: 30/6/2017 5:33:49 PMमोसुल, (हि.स.)। ईराकी सरकार ने पुराने मोसुल शहर पर शुक्रवार को एक बार फिर आक्रमण कर दिया। यह हमला इस्लामिक स्टेट के मोसुल में स्वयं घोषित खलीफा की हत्या के अगले दिन हुआ। इसके साथ ही सेना ने इस्लामिक स्टेट के शक्ति के केंद्र ऐतिहासिक मस्जिद पर अपना नियंत्रण कर लिया।
हमले के बाद दर्जनों नागरिक जिनमें महिलाएं, बच्चे और विद्रोहियों द्वारा घायल सम्मिलित है, सुरक्षित स्थान की तरफ भाग गयें। काउंटर टेररिज्म सर्विस के मेजर जनरल मान-अल सदी ने मीडिया को बताया कि विद्रोहियों से टाइगरिस नदी मुक्त कराने में तकरीबन 4-5 दिन लग सकता है। अब यह लड़ाई और कठिन होगी हमारे लिए, क्योंकि जो आतंकी बचे है वो सभी विदेशी है। यह लड़ाकू स्थानीय नागरिकों को ढ़ाल की तरह इस्तेमाल करने में निपुण हैं। साथ ही वक्त पड़ने पर अपनी जान देने को भी तत्पर होते है।
सेना द्वारा बचाए गए लोगों के अनुसार इस्लामिक स्टेट के विद्रोहियों का क्षेत्र लगभग सौ मीटर तक विस्तारित है। हजारों की संख्या में वहां आम नागरिक फंसे हुए है। वें सभी काफी भयावह स्थिति में रह रहें हैं। भोजन, पानी और अन्य बुनियादी सुविधाओं का पूर्णतः अभाव है। गौरतलब है कि ईराकी प्रधानमंत्री ने इसे इस्लामिक स्टेट और इसके मुखिया अबु बकर अल-बगदादी के द्वारा सीरिया और ईराक मे नियुक्त खलीफा का अंत बताया है। साथ ही बोला कि हमनें अपने 850 सौ साल पुराना मस्जिद फिर से हासिल कर लिया है।