ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
अंतरराष्ट्रीय
खुफिया जानकारी बेचने के आरोप में पूर्व राजनयिक गिरफ्तार
By Deshwani | Publish Date: 23/6/2017 11:49:25 AM
खुफिया जानकारी बेचने के आरोप में पूर्व राजनयिक गिरफ्तार

वाशिंगटन, (हि.स.)। अमरीका के एक पूर्व राजनयिक को चीनी एजेंट को गोपनीय दस्तावेज देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट से मिली। एक एफिडेविट के मुताबिक, बताया जाता है कि वर्जीनिया के रहने वाले 60 साल के केविन मैलरी इस साल मार्च-अप्रैल में शंघाई गए थे। 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मैलरी के पास से शिकागो एयरपोर्ट दो बैग में 16,500 डॉलर (10.65 लाख रुपये) कैश मिले जिसका वह स्रोत भी नहीं बता सके। संघीय जासूसी कानून के तहत उन्हें अपनी जिंदगी जेल में गुजारनी पड़ सकती है। एफबीआई ने पुष्टि की है कि जब वह सरकार के लिए काम कर रहे थे तो उन्हें उच्च-स्तरीय क्लीयरेंस दी गई थी।
2012 में जब वह सरकारी कर्मचारी नहीं रहे तो उनकी पहुंच रोक दी गई। इसके बाद वह निजी परामर्शदाता के तौर पर काम करने लगे।
मई में एफबीआई एजेंट्स के साथ अपनी मर्जी से दिए एक इंटरव्यू में मैलरी ने कहा था कि शंघाई में उनकी चीनी थिंक टैंक शंघाई एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेस (एसएएसएस) के लिए काम कर रहे एक शख्स से मुलाकात हुई थी।
अमरीकी न्याय विभाग ने कहा है कि एफबीआई 2014 से यह मानती है कि चीन के जासूस अपनी पहचान छिपाने के लिए एसएएसएस से अपने जुड़ाव का इस्तेमाल करते हैं।
चीनी मंदारिन भाषा जानने वाले मैलरी गुरुवार को अदालत में पेश किए गया और शुक्रवार को मामले की शुरुआती सुनवाई के दौरान दोबारा पेश किए जाएगा। बीबीसी के अनुसार राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों के सहायक अटॉर्नी जनरल डेना जे बोएंटे ने कहा कि 'इससे जनता का भरोसा तोड़ने और देश की सुरक्षा को खतरे में डालने के बारे में सोचने वालों को संदेश पहुंच जाना चाहिए।'
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS