वाशिंगटन, (हि.स.)। बीफ निर्यात के मामले में ब्राजील सबसे बड़ा देश है लेकिन, अमरीकी कृषि विभाग ने गुरुवार को खराब गुणवत्ता के चलते ब्राजील से आने वाले बीफ पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट से मिली है।
बीबीसी के अनुसार खराब गुणवत्ता के कारण बीते मार्च में कई देशों ने ब्राजील के बीफ पर बैन लगा दिया था। हालांकि, अमरीका ने मार्च में ब्राजील के बीफ पर बैन लगाने की जगह इसकी जांच करना शुरू कर दिया था।
जांच के बाद अमरीकी कृषि विभाग ने कहा है कि खाद्य सुरक्षा एवं जांच सेवा ने पिछले तीन महीनों में ब्राजील से आने वाले 11 फीसदी बीफ को लेने से मना कर दिया है। ये आंकड़े दुनियाभर से आने वाले मांस के रिजेक्शन रेट एक फीसदी से कहीं ज्यादा है।
बीबीसी के अनुसार, अमरीकी कृषि विभाग के सचिव सोनी पर्डू ने कहा है कि अमरीका की खाद्य आपूर्ति का सुरक्षित होना हमारी पहली प्रथामिकता है और हम इसे बेहद गंभीरता से लेते हैं। हालांकि, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार अमरीकी कृषि विभाग का एक महत्वपूर्ण अंग है और हम लंबे समय से ब्राजील के साथ जुड़े हुए हैं। लेकिन, हमारी पहली प्राथमिकता अमरीकी उपभोक्ताओं की सुरक्षा करना है।
विदित हो कि ब्राजील की सरकार ने बीती 17 मार्च की सुबह दो साल की जांच के बाद छह राज्यों में 'ऑपरेशन वीक फ्लेश' शुरू किया था। इस ऑपरेशन में एक हजार अधिकारियों ने 194 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इन अधिकारियों ने स्वास्थ्य निरीक्षक और राजनेताओं को रिश्वत देकर अपने उत्पादों के लिए जरूरी सर्टिफिकेट लेने का आरोप लगाया था। इन्होंने ब्राजील की 30 कंपनियों पर अस्वस्थ तौर तरीके अपनाने के आरोप लगाए थे। इनमें दुनिया का सबसे बड़ा बीफ निर्यात जेबीएस और मुर्गी मांस का सबसे बड़ा निर्यातक बीआरएफ भी शामिल हैं।
जेबीएस का सालाना कारोबार 55 अरब डॉलर है और यह 150 देशों में फैला हुआ है। इसके बाद ब्राजील के निर्यातकों पर बैन लगाया गया लेकिन सरकार की कार्रवाई के बाद इस बैन को हटा लिया गया था। लेकिन अब विशेषज्ञों का मानना है कि इस अमरीकी प्रतिबंध का ब्राजील की बीफ इंडस्ट्री पर बेहद नकारात्मक असर पड़ेगा।