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अमेरिकी विदेश मंत्री टिलरसन खाड़ी विवाद निपटारे में जुटे
By Deshwani | Publish Date: 18/6/2017 7:08:46 PM
अमेरिकी विदेश मंत्री टिलरसन खाड़ी विवाद निपटारे में जुटे

 लाॅस एंजेल्स, (हि.स.)। अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने अपना सारा ध्यान अब खाड़ी संकट के निपटारे पर केंद्रित दिया है और मेक्सिको मेक्सिको जाने के इरादे को छोड़ दिया है। विदित हो कि वेनेजुएला संकट पर विचार करने के लिए उन्हें कैनकुन जाना था, लेकिन अब उनके स्थान पर उप विदेश मंत्री मंत्री जान सुलिवन जाएंगे। अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार, टिलरसन सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और क़तर के नेताओं के संपर्क में रहेंगे। इस संदर्भ में वह दर्जन भर फोन करने के साथ वैयक्तिक तौर पर भी मिल चुके हैं। खाड़ी संकट उत्पनन होने के साथ ही राष्ट्रपति ट्रंप ने टिलरसन को खाड़ी विवाद सुलझाने का दायित्व सौंपा है। 

उल्लेखनीय है कि क़तर की जनसंख्या मात्र 26 लाख है, और वहां प्रति व्यक्ति आय एक लाख 29 हजार डालर है, जो सर्वाधिक है और यह देश प्राकृतिक गैस का भण्डार मना जाता है। कतर में अमेरि का भी स्वार्थ है। अमेरिकी सेंट्रल कमान का मुख्यालय कतर में ही है, जहां दस हजार अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। अमेरिका वहां से इस्लामिक स्टेट के खिलाफ हवाई आक्रमण करता है. अभी दो दिन पहले अमेरिका के दो समुद्री लड़ाकू जहाज दोहा पहुंचे हैं। इस पर क़तर के अमीर ने आभार व्यक्त किया है। 
ज्ञात हो कि सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र आदि छह देशों ने 5 जून को क़तर से राजनयिक सम्बन्ध तोड़ने के साथ-साथ हवाई और समुद्री रास्ते सहित यातायात के सभी मार्ग बंद कर दिए थे। सऊदी अरब ने क़तर को ईरान समर्थित आतंकवादी संगठनों का आर्थिक मददगार का आरोप लगाते हुए क्षेत्र में शान्ति के लिए बाधक बताया गया था। यही नहीं, पिछले सप्ताह डोनाल्ड ट्रंप ने भी क़तर को आतंकवादी संगठनों का आर्थिक मददगार बताया था। ट्रंप की दिक्कत यह है कि वह खाड़ी के धनी देशों के साथ मित्रता निभाने का लोभ संवरण नहीं कर पा रहे हैं, जबकि हमास और मस्लिम ब्रदरहुड जैसे संगठनों से निकटता बनाए रखना भी उनकी विवशता है।
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