रियाद, (हि.स.)। अरब देशों से नाता जोड़ने और इस्लामी देश के रूप में अपनी छवि प्रदर्शित करने वाले पाकिस्तान को सऊदी राजकुमार सुलेमान ने अरब का गुलाम बताते हुए वहां के मुसलमानों को दोयम दर्जे के मुस्लिम कहा है। यह जानकारी शुक्रवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
विदित हो कि दुनियाभर में पाकिस्तान की लगातार किरकिरी हो रही है। कभी भारत को लेकर वह मजाक का पात्र बन जाता है तो कभी अपने ही मंत्रियों के बयान को लेकर उसे शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है। कतर और सऊदी अरब के बीच मध्यस्थता को लेकर भी उसका कुछ ऐसा ही हाल हुआ था जब सऊदी सुल्तान ने नवाज से पूछा कि वह किस तरफ हैं। लेकिन अब जिस चीज को लेकर पाकिस्तान की हंसी उड़ रही है वह इन सबसे कहीं ज्यादा बड़ी बात है। दरअसल, सऊदी अरब के रक्षा मंत्री और शाहजादा मोहम्मद बिन सुलेमान ने पाकिस्तान के बारे में जो कहा है उसे पाकिस्तान कभी हजम नहीं कर सकेगा।
प्रिंस सुलेमान ने एक विवादस्पद बयान देते हुए पाकिस्तान को अरब का गुलाम कहा है। उनका मानना है कि सही मायने में मोहम्मद साहब के असली वंशज उन्हीं के देशवासी हैं। वह पाकिस्तान को इस्लामी देश भी नहीं मानते हैं। उनके मुताबिक पाकिस्तान ही नहीं बांग्लादेश के लोग भी मुस्लिम नहीं हैं, बल्कि इन लोगों ने हिंदू धर्म छोड़कर मुस्लिम धर्म को अपनाया है। लिहाजा वे मुस्लिम नहीं हैं।
प्रिंस सुलेमान भारत पाकिस्तान और बांग्लादेश के मुसलमानों को अल हिंदी मुस्कीन कहते हैं। इसका अर्थ है कि वे दोयम दर्जे के मुस्लिम हैं। अरब में ऐसा मानना सिर्फ शाहजादा का ही नहीं, बल्कि आम लोगों का भी हैं। यहां के लोगों के लिए यह सोच बेहद सामान्य है। वहीं दूसरी ओर इन लोगों को सऊदी अरब में किसी भी बड़े पद पर नहीं रखा जाता है। शीर्ष पद सिर्फ अरब मुस्लिमों के लिए ही सुरक्षित रखे जाते हैं। पाकिस्तान के लिए सऊदी युवराज के यह बयान वास्तव में ही काफी तकलीफ देने वाले होंगे। इसका जिक्र पाकिस्तान के एक पत्रकार ने ट्विटर पर किया है।