लंदन, (हि.स.)। आयरलैंड में भारतीय मूल के लियो वराडकर ने सबसे कम उम्र में प्रधानमंत्री का पद ग्रहण करके नया इतिहास रच दिया है। कैथोलिक बहुल देश के प्रधानमंत्री बनने वाले वराडकर अपने समलैंगिक होने की बात खुलकर करते हैं। वराडकर ने एंडा केनी से पदभार ग्रहण किया।
वराडकर को कुल वोटों में से 60 प्रतिशत मत मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंदी सिमोन कॉवेने को महज 40 फीसदी वोट मिले। आयरिश नर्स मां और भारतीय चिकित्सक के पुत्र तथा पेशे से फिजिशियन वराडकर ने फाइन गेल पार्टी का नेतृत्व हासिल किया है।
अपने निर्वाचन के बाद वराडकर ने कहा कि मुझे सिर्फ नेतृत्व करने के लिए नहीं, बल्कि लोगों की सेवा के लिए चुना गया है। मेरी सरकार न तो वामपंथी होगी और न ही दक्षिणपंथी होगी क्योंकि पुराने समय से चला आ रहा यह विभाजन मौजूदा राजनीतिक चुनौतियों का समाधान नहीं करने वाला है।
वराडकर के आयरलैंड के प्रधानमंत्री बनने से उनके परिवार के लोगों में खुशी की लहर है। उनकी बहन शुभदा वराडकर तय नहीं कर पा रही हैं कि अपने भाई को गिफ्ट में क्या दें। शुरू में उन्होंने अपने कजिन को किताब गिफ्ट की थी लेकिन उनका कहना है कि अब स्थिति बदल गई है।
उन्होंने कहा कि हमने टीवी पर शपथ ग्रहण समारोह देखा। हम टीवी से चिपके रहे। यह वाकई में हम सबके लिए खुशी, आनंद और गर्व का पल था। मैं अगस्त में यूके जाने की योजना बना रही हूं और पूरी उम्मीद है कि आयरलैंड के नए प्रधानमंत्री अपने भाई से मिल सकूंगी। लियो के पिता डॉक्टर हैं और उन्होंने आयरलैंड की नर्स मीरियम से शादी की। लियो खुद भी पेशे से डॉक्टर हैं।
वराडकर के आयरलैंड के अगले प्रधानमंत्री बनने की खबर आने के बाद महाराष्ट्र में स्थित उनके पैतृक वराद गांव में जश्न मनाया गया। लिओ अनिवासी भारतीय के पुत्र हैं। उनके पिता आयरलैंड में जाकर बस गए थे।वराडकर का जन्म 18 जनवरी 1979 को हुआ था। उनके माता-पिता अभी भी मुंबई आते रहते हैं और पैतृक गांव भी जाते हैं। लियो भी कई बार मुंबई आ चुके हैं। लियो ने अपनी इंटर्नशिप भी मुंबई के केम (KEM) हॉस्पिटल में की है। लियो जब खेल मंत्री थे, तब भी वह आयरलैंड की क्रिकेट टीम के साथ मुंबई आए थे।