अंतरराष्ट्रीय
बहुमत की ओर बढ़ रहे हैं मैक्रों, कम मतदान पर पूर्व प्रधानमंत्री एलन जूप ने जताई चिंता
By Deshwani | Publish Date: 13/6/2017 2:52:33 PM पेरिस, (हि.स.)। फ्रांस के मतदाताओं ने राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों की पार्टी को संसदीय बहुमत की राह पर अग्रसर कर दिया है। लेकिन पहले चरण के मतदान में कम संख्या में मतदाताओं का शामिल होना चिंता का विषय है। ऐसा फ्रांस के कुछ नेताओॆं का मानना है। दक्षिणपंथी रिपब्लिकन के पूर्व प्रधानमंत्री एलन जूप ने कहा कि बड़ी संख्या में मतदाताओं का चुनाव से दूर रहना चुनाव से कोफ्त की स्थिति है और मैक्रों को मिली जबरदस्त जीत लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं होगा।
बोरडॉक्स के मेयर ने रिपब्लिकन मतदाताओं से रविवार को बड़ी संख्या में बाहर निकलने का आह्वान करते हुए कहा, एक ही पार्टी के लोग संसद में अधिक से अधिक हों यह लोकतंत्रीय बहस के लिहाज से कभी अच्छी नहीं होती। ऐसे में उन्होंने अधिक से अधिक मतदाताओं को घर से बाहर निकलने का आह्वान किया।
सरकार के प्रवक्ता क्रिस्टोफर कास्टनर ने स्वीकार किया कि 49 फीसदी मतदान इस तरह के चुनाव में बीते छह दशक में सबसे कम हैं और यह चुनाव की नाकामी है। उन्होंने कहा कि मैक्रों की टीम को उन लोगों तक पहुंचना होगा जिन्होंने चुनाव से दूरी बनाए रखी है।
अनुमानों में दिखाया गया कि मैक्रों अपनी मध्यमार्गी क्रांति को विस्तार दे रहे हैं। उनकी रिपब्लिक (रिपब्लिक ऑन द मूव) पार्टी और उसकी सहयोगी मोदेम रविवार के दूसरे चरण में 577 सदस्यीय नेशनल असेंबली की 400 से 445 के बीच सीटें जीत सकती हैं। यह आंकडा मैक्रों को संसद में 60 साल में अब तक का सबसे भारी बहुमत देगा।