अंतरराष्ट्रीय
अमेरिका में सिख पगड़ी पहनने वालों को समझा जाता है ओसामा बिन लादेन
By Deshwani | Publish Date: 11/6/2017 11:49:31 AM न्यूयॉर्क, (हि.स.)। न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में एक पोस्ट-डॉक्टरल फेलो को एक किशोर ने ‘ओसामा’ कहा कर हंसी उड़ाई। जो सिख समुदाय के सदस्यों के खिलाफ नस्ली घटना का ताजा मामला है। इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं होती रही हैं। कुछ समय पहले अमेरिका में एक अध्ययन में चौंकाने वाली बात सामने आई कि अमेरिका में बड़ी संख्या में लोग पगड़ी पहनने वालों को अलकायदा के मारे गए आतंकवादी ओसामा बिन लादेन से जोड़ते हैं।
यह अध्ययन दिखाता है कि अमेरिका में सिखों के बारे में जागरूकता का स्तर कितना कम है। सिख अमेरिकी विधि रक्षा एवं शिक्षा कोष (एसएएलडीईएफ) और स्टैंफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से किए गए अध्ययन ‘टर्बन मिथ्स’ (पगड़ी मिथक) में खुलासा हुआ है कि 49 प्रतिशत अमेरिकी मानते हैं कि ‘सिख’ इस्लाम का पंथ है जबकि 70 प्रतिशत लोग किसी तस्वीर में एक सिख व्यक्ति को सिख के तौर पर पहचान नहीं सकते।
न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर रिलीजन एंड मीडिया में पोस्ट डॉक्टरल फेलो सिमरन जीत सिंह ने एनबीसी न्यूज पर एक लेख में इस घटना का जिक्र किया है कि उनके साथ किस तरह से टिप्पणी किया गया। सिंह सिख-संघ समूह से भी जुड़े हैं। सिंह ने इसमें बताया कि नस्ली आरोप पर वह चुप नहीं रहे और उन्होंने अश्वेत युवक का सामना किया। उन्होंने बताया कि गुरुवार को वह शहर में हडसन नदी के पास से गुजर रहे थे। वह अपने दफ्तर से घर जा रहे थे। उनके कानों में हेडफोन लगे थे फिर भी वह सुन सकते थे कि कोई उन्हें ‘ओसामा, ओसामा’ कह रहा था। वह युवक और अपशब्द भी कह रहा था।
जब उन्होंने पीछे मुड़कर देखा तो पाया कि यह तीन किशोरों का समूह था। सिंह के मुताबिक पहले तो उन्होंने सोचा कि वे अपने रास्ते पर चलते रहें लेकिन फिर उन्हें पिछले हफ्ते की घटना याद आ गई जब एक वृद्ध महिला ने उन पर ऐसी ही नस्ली टिप्पणी की थी। हालांकि उन्होंने महिला को कोई जवाब नहीं दिया था। अब यहां इस तरह की घटनाएं आम होती जा रही हैं।