मनीला, (हि.स.)। फ़िलीपींस के मिन्डनाओ में सेना और विद्रोहियों के बीच चल रही भीषण लड़ाइर् के बीच राष्ट्रपति रॉड्रिगो ड्यूटर्टे ने देश के इस दक्षिणी द्वीप में मार्शल लॉ लागू करने की घोषणा की है। यह जानकारी बुधवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
मार्शल लॉ दो महीने तक लागू रहेगा। इस दौरान सेना को बिना किसी आरोप के लोगों को लंबे समय तक हिरासत में लेने की आज़ादी होगी। लेकिन फ़िलीपींस के संविधान के मुताबिक़, हमले या विद्रोह की स्थिति में राष्ट्रपति को सिर्फ़ 60 दिन के लिए मोर्शल लॉ लागू करने का अधिकार है और संसद को मार्शल लॉ लागू करने के आदेश को 48 घंटों में रद्द कर सकती है। इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट भी इसकी वैधता की समीक्षा कर सकता है।
सेना के अनुसार, कुछ विद्रोही गुटों ने चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट का समर्थन किया था और मरावी में मंगलवार को जब सेना ने इन विद्रोहियों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया तो हिंसा भड़क उठी। संघर्ष के दौरान सुरक्षा बलों के तीन जवान शहीद हो गए हैं, 12 लोग घायल हो गए हैं। मिन्डनाओ में मुस्लिम विद्रोही संगठन स्वायत्ता की मांग कर रहे हैं।
बीबीसी के अनुसार, रक्षा मंत्री डेल्फ़िन लोरेंज़ाना ने कहा , “ये विद्रोही मौटे गुट के हैं। इन विद्रोहियों ने एक अस्पताल और एक जेल पर कब्ज़ा कर लिया और एक चर्च समेत कई इमारतों में आग लगा दी।” फ़िलहाल राष्ट्रपति ड्यूटर्ट रूस के दौरे पर हैं, लेकिन उनके प्रवक्ता ने कहा कि वह जल्द ही फ़िलीपींस लौट रहे हैं।