ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
झारखंड
भरनो में तालाब और डोभा निर्माण में अनियमितता का आरोप
By Deshwani | Publish Date: 30/5/2017 11:33:06 AM
भरनो में तालाब और डोभा निर्माण में अनियमितता का आरोप

गुमला,  (हि.स.)। भरनो प्रखंड में इन दिनों मनरेगा के तहत तालाब और डोभा निर्माण में लूट मची हुई है। फर्जी मस्टर रोल के माध्यम से पैसे की निकासी की जा रही है। इस खेल में पंचायत सेवक, रोजगार सेवक और बिचौलिया शामिल है। बताया जाता है कि तुरिअम्बा पंचायत के महुवाटोली गांव में बुधन उरांव की जमीन पर 100×100 तालाब निर्माण के नाम पर 27 हजार 48 रूपये की फर्जी मजदूरी भुगतान की गई है। बताते चलें कि भरनो से चट्टी तक बन रहे सड़क किनारे मिट्टी देने के लिए जेसीबी से इस स्थान से मिट्टी खोदा गया है जिसे मनरेगा योजना से तालाब का रूप देने की कोशिश की जा रही है।
इस तालाब का प्राकलन राशि 4 लाख 26 हजार रुपये है । एक दूसरे मामले में महुवाटोली गांव में पावर हॉउस के पास खदीया उरांव के जमीन पर 30×30 डोभा निर्माण कराया गया । यहां खेत पर पूर्व से ही गड्ढा था,जिसे सिर्फ मेढ़ बांधकर डोभा का रूप दे दिया गया। इसकी प्राक्कलन राशि 23 हजार रुपये है। इस पंचायत के पंचायत सेवक निर्मल साहू और रोजगार सेवक प्रकाश उरांव हैं। इस मामले पर पूछे जाने पर रोजगार सेवक ने कहा कि तालाब निर्माण के लिए मुझे अलग स्थान दिखाया गया था।
पंचायत सेवक निर्मल साहू ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। मामला प्रकाश में आने के बाद पंचायत सेवक और रोजगार सेवक योजना स्थल पहुंचकर बचने बचाने में लग गए और लाभुक को दूसरे स्थान पर तालाब बनाने के निर्देश दिए । मामला यहां यह है कि काम हुआ नहीं और मजदूरी भुगतान के नाम पर पैसे की निकासी हो जाती है। प्रखंड में इस तरह के कई मामले हैं, जहां मनरेगा योजनाओं में सरकारी राशि का बंदरबांट किया जा रहा है। अगर यहां डोभा और तालाब निर्माण की उच्चस्तरीय जांच कराई जाये तो इस खेल में शामिल लोगों का पर्दाफाश हो जाएगा।

image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS