झारखंड
खुटिया गांव में हुई डोलोमाइट पत्थर की पहचान
By Deshwani | Publish Date: 28/4/2017 2:56:12 PM गढ़वा। उत्तरप्रदेश और छत्तीसगढ़ सीमा के धुरकी प्रखंड स्थित खुटिया गांव में विगत एक वर्ष से झारखंड सरकार की ओर से डोलोमाइट पत्थर की पहचान की जा रही है, जिससे स्थानीय ग्रामीणों के साथ संपूर्ण प्रखंडवासी काफी उत्साहित हैं। गौरतलब है कि अविभाजित बिहार झारखंड की सरकार ने खुटिया गांव में तीन दशक पूर्व वर्ष 1980-81 में खान और भूतत्व विभाग के द्वारा तीन वर्ष तक डोलोमाइट पत्थरों का सर्वेक्षण किया गया था, जिसमें पाया गया कि उक्त पत्थर डोलोमाइट ही है। इसके बाद खुटिया गांव में माइंस खुलने की पूर्ण संभावना हो गई थी। लेकिन बाद में सर्वेक्षण कार्य की रिपोर्ट सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया।
अब एक बार फिर विधायक भानु प्रताप शाही के प्रयास से खुटिया में माइंस खुलने की संभावनाओं की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। खान एवं भूतत्व विभाग ने हाई-टेक ड्रिल मशीन से खुटिया गांव में दस चिह्नित स्थानों पर भूगर्भ के अंदरूनी सतह तक जांच कर पत्थर निकाला है। इस संबंध में विधायक भानु प्रताप शाही ने बताया कि वह अपने मंत्रित्व काल में वर्ष 2007 में ही खुटिया गांव में माइंस खोलने के लिए लिखित रूप से सरकार का ध्यान आकृष्ट किया था। खान एवं भूतत्व विभाग के उपनिदेशक विनोद कुमार ओझा ने बताया कि खुटिया गांव में डोलोमाइट है और वह कौन-कौन किस्म के हैं इसका पता लगाने के लिए भूगर्भ से ड्रिलिंग मशीन से पत्थर निकाला जा रहा है। उसके बाद पत्थर के नमूनों को रासायनिक विश्लेषण के लिए राजकीय भूतात्विक प्रयोगशाला, हजारीबाग भेजा जाएगा और उसके बाद सरकार माइनिंग की सारी अहर्ताएं निकालने की प्रक्रिया पूरी करेगी।