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किसानों की उम्मीदों पर सर्द मौसम का "पाला'
By Deshwani | Publish Date: 18/1/2017 4:49:05 PMसचिन कुमार सिंह, मोतिहारी। मौसम में बदलाव व पारा न्यूनतम होने से किसानों की रबी फसल पर पाले का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। दिन में धूप अवश्य खिल रही है, मगर इससे कोई खास फायदा नहीं होता दिख रहा। हालांकि, विशेष एहतियात बरत कर किसान इससे बच सकते हैं। जिले के मोतिहारी, केसरिया, चकिया, संग्रामपुर, आदापुर, रक्सौल सहित अन्य प्रखंडों से 12 जनवरी से लगातार फसलों पर पाले के प्रकोप की शिकायत मिल रही है। कड़ाके की ठंड व न्यूनतम तापक्रम 2से 3 डिग्री चले जाने से मक्का, आलू, लता वाली सब्जियां जैसे लौकी, करैला, खीरा आदि व मिर्च फसलों में पाले का प्रकोप बढ़ा है। फसलों के सर्वेक्षण में यह मामला उभर कर आया है कि मक्के की पत्तियां बदरंग होकर मुरझा गई हैं और अन्य पौधे 20 से 25 फीसद तक झुलस गए हैं।
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किसानों को सलाह
-प्रभावित पौधों में अविलंब हल्की सिंचाई करें।
-मेढ़ पर 3-4 जगह आग जलाकर धुआं करें।
-नर्सरी को पुआल, प्लास्टिक से रात में ढंक दें।
-मैंकोजेब एवं मेटालिक्जिल या मैंकोजेब एवं कार्बेन्डाजिम के संयुक्त उत्पाद का 0.2 ग्राम लीटर की दर से घोल बनाकर फसलों पर छिड़काव करें।
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अब तो कर्ज चुकाना भी होगा मुश्किल
जिले के सभी प्रखंडों में कमोबेश यहीं हालत है। किसान राजकुमार सिंह, मोहन सिंह आदि ने बताया कि अत्यधिक ठंड का असर गेहूं समेत सभी फसलों पर दिख रहा है। अगर यहीं िस्थति आगे भी बनी रही तो फसल पर काफी बुरा असर पड़ेगा। हम किसानों के लिए तो कर्ज चुकाना भी मुिश्कल हो जाएगा।
इधर, जिला कृषि पदाधिकारी ओंकार नाथ सिंह ने कहा कि शीतलहर से फसलों को नुकसान पहुंचा है। किसानों से जानकारी मिल रही है। बर्बाद फसलों का सैंपल लैब भेजा जाएगा।