नई दिल्ली, (हि.स.)। केन्द्रीय संस्कृति राज्य मंत्री महेश शर्मा ने सुर सम्राट गायक मोहम्मद रफी के जन्मदिन पर ट्विट कर कहा कि आपकी जादुई आवाज़ आज भी हमारे कानों में गूंजती हैं। महान पार्श्व गायक मोहम्मद रफी की जयंती पर उनको श्रद्धांजलि। वहीं गूगल ने भी मोहमम्द रफी के 93वें जन्मदिन पर डूडल बनाकर श्रद्धांजलि दी है। गूगल ने मोहम्मद रफी को हेडफोन लगाकर गाने की रिकार्डिंग करते हुए डूडल बनाया है।
उल्लेखनीय है कि अपने मशहूर गायक और कई गायकों के प्रेरणास्रोत मोहम्मद रफी का जन्म 24 दिसम्बर, 1924 को अमृतसर के पास कोटला सुल्तान सिंह में हुआ था। 1944 में अपने संगीत के करियर की शुरुआत करने वाले मोहम्मद रफी ने लगभग 700 फिल्मों के लिए 2600 से भी ज्यादा गाने गाए। मो. रफी ने अपने फिल्मी सफर में अपने समय के नामचीन कलाकार दिलीप कुमार, शम्मी कपूर, राजेन्द्र कपूर, शशि कपूर के लिए गीत गाए।
मोहम्मद रफी ने हिन्दी के अलावा मराठी और तेलगु में भी गाने गाए। मो. रफी को अपनी गायकी के लिए छह बार फिल्म फेयर अवार्ड और 1965 में पद्मश्री से सम्मानित किया गाया। मो. रफी अमिताभ बच्चन, शम्मी कपूर और धर्मेन्द्र की फिल्मों को पसंद किया करते थे।
मो. रफी का आखिरी गाना 30 जुलाई, 1980 को ‘शाम क्यूं उदास’ था। इस गाने को गाने के बाद रफी साहब ने लक्ष्मीकांत प्यारेलाल से कहा ‘शुड आई लीव’ जिसको सुन लक्ष्मीकांत हैरान हो गए, क्योंकि इसके पहले मो. रफी ने इस तरह कभी बात नहीं की थी। उसके अगले दिन ही संगीत की दुनिया के शहंशाह-ए-तरन्नुम मोहम्मद रफी का 31 जुलाई, 1980 को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।