मुंबई, (हि.स.)। सेंसर बोर्ड के विवादों में घिरे चेयरमैन पहलाज निहलानी को लेकर चर्चा तेज है कि उनकी कुर्सी जाने वाली है। उनके पद के लिए विकल्प के तौर पर फिल्मकार प्रकाश झा और डॉक्टर चंद्रप्रकाश द्विवेदी के नाम सबसे आगे बताए जा रहे हैं। इस दौड़ में तीसरा नाम मधुर भंडारकर का भी बताया जा रहा है, जिनकी फिल्म 'इंदु सरकार' इस शुक्रवार को रिलीज होने जा रही है।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय की ओर से आगामी 28 जुलाई को तिरुअंनतपुरम में सेंसर बोर्ड को लेकर एक अहम मीटिंग बुलाई गई है। कहा जा रहा है कि इस मीटिंग में पहलाज निहलानी के बारे में कोई बड़ा फैसला हो सकता है। चर्चा इस बात को लेकर है कि पहलाज निहलानी ने जिस तरह से मधुर भंडारकर की फिल्म 'इंदु सरकार' को सेंसर में अटकाया, उससे केंद्र सरकार नाराज है और इसी नाराजगी को लेकर कहा जा रहा है कि पहलाज निहलानी को इस्तीफा देने के लिए कहा जा सकता है।
इन चर्चाओं को लेकर पहलाज निहलानी की ओर से कोई प्रतिक्रिया अभी तक नहीं आई है, लेकिन उनकी सीट के प्रबल दावेदार माने जा रहे डॉ. द्विवेदी ने जरूर इशारा करते हुए कहा है कि अगर उनको जिम्मेदारी सौंपी जाती है, तो वे इसके लिए तैयार हैं। डॉ. द्विवेदी 28 जुलाई को होने वाली मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए तिरुअनंतपुरम जाएंगे। माना जा रहा है कि डॉ. द्विवेदी और अशोक पंडित के नेतृत्व में सेंसर बोर्ड से जुड़े लोगों का एक गुट पहलाज निहलानी को हटाने के लिए सक्रिय रहा है।
डॉ. दिवेदी और अशोक पंडित सार्वजनिक रूप से पहलाज निहलानी की कार्यशैली की आलोचना कर चुके हैं। बॉलीवुड के ज्यादातर निर्माता भी पहलाज को लेकर नाराज हैं और उनके जाने का इंतजार कर रह हैं। वरिष्ठ निर्माता मुकेश भट्ट ने पहलाज को हटाए जाने की खबरों के बीच कहा कि उनको ऐसी कोई जानकारी नहीं है, लेकिन अगर कोई ऐसा फैसला होता है, तो ये हमारी इंडस्ट्री के लिए अच्छा होगा।