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झारखंड
दो नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
By Deshwani | Publish Date: 29/4/2017 5:55:48 PM
दो नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

दुमका। ऑपरेशन नई दिशा के तहत शिकारीपाड़ा थाना के भाकपा माओवादी के दो हार्डकोर नक्सली सदस्यों ने शनिवार को डीआईजी अखिलेश झा और एसपी मयूर पटेल के सामने जिला मुख्यालय कार्यालय में आत्मसर्पण किया। समर्पण करने वालों में नुनूलाल हांसदा उर्फ सुलेमान हांसदा और देवीलाल हांसदा उर्फ छोटा साथी शामिल है। नुनूलाल हांसदा जामताड़ा जिला के बिंदापाथर थाना क्षेत्र के घोघीकाटा गांव निवासी है। वर्तमान में ये दोनों शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के रामजाग, डोकाडीह गांव में रह रहे थे। वहीं देवीलाल हांसदा शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के बांकीजोर गांव निवासी है। दोनों ने राज्य सरकार के प्रत्यार्पण एवं पुर्नवास नीति से प्रेरित होकर आत्मसर्पण किया।

 
नुनूलाल हांसदा नारी मुक्ति संघ के सुलेखा देवी के प्रभाव और लालच में आकर उनके दस्ते में शामिल हुआ था। यह वर्ष 2005 से 2012 तक दस्ता में रहा। वर्ष 2010 में काठीकुंड थाना क्षेत्र के तालपहाड़ी में दस्ता पाकुड़िया थाने पर हमला कर हथियार लूटने की योजना बना रहा था, जहां पुलिस पहुंची व दोनों तरफ से फायरिंग हुईं। इसमें दरोगा सतानंद सिंह की मौत एवं एक पुलिस कर्मी घायल हो गया था। वह वर्ष 2012 में पाकुड़ जिला के अमड़पाड़ा थाना क्षेत्र में पाचुवाड़ा सिस्टर वालसा के हत्या में भी अभियुक्त था। 
वहीं भाकपा माओवादी सदस्य देवीलाल वर्ष 2012 में सुशांता दा एवं देवान सिंह के प्रलोभन में आकर नारी मुक्ति संघ में शामिल हुआ था। वह वर्ष 2012 से 2014 तक दस्ता में शामिल रहा। इस दौरान वर्ष 2013 जुलाई माह में काठीकुंड थाना क्षेत्र में पुलिस पार्टी पर हमला में वह शामिल था जिसमें पाकुड़ एसपी अमरजीत बलिहार सहित 05 जवान मारे गये थे। वह वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव संपन्न करवा लौट रहे पोलिंग पार्टी पर शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में हमला करने में भी शामिल था जिसमें 05 पुलिसकर्मी सहित आठ लोग मारे गये थे। दोनों माओवादी को पुलिस अनुदान स्वरूप 50 हजार रुपए, व्यवसायिक प्रशिक्षण की व्यवस्था एवं प्रत्यार्पण एवं पुर्नवास नीति के तहत अन्य सुविधा दी जायेगी। दोनों के विरूद्ध लंबित अपराधिक मामले में अनुदान मुकदमा लड़ने के लिए सरकार की ओर से निःशुल्क अधिवक्ता की व्यवस्था भी की जायेगी।
 
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