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मिर्जापुर ग्राम कचहरी में सचिव हैं न न्यायमित्र, कैसे हो सुनवाई
By Deshwani | Publish Date: 2/7/2017 4:41:43 PM
मिर्जापुर ग्राम कचहरी में सचिव हैं न न्यायमित्र, कैसे हो सुनवाई

छपरा,  (हि.स.)। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद से ही प्रखंड के मिर्जापुर पंचायत की ग्राम कचहरी में न्यायमित्र का पद रिक्त है। साथ ही करीब दो माह से ग्राम कचहरी सचिव का भी पद रिक्त हो गया है। इससे गांव के छोटे-छोटे विवादों के निपटारे में काफी मुश्किल हो रही है। कचहरी में रिक्त पदों पर पदस्थापित करने को लेकर सरपंच पारस राय ने प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रशांत कुमार प्रसुन्न को पत्र देकर ग्राम कचहरी सचिव व न्यायमित्र को पदस्थापित करने की मांग की है, लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी प्रखंड विकास पदाधिकारी ने अब तक कचहरी सचिव व न्यायमित्र को पदस्थापित नहीं किया है। जिससे कचहरी का कार्य बुरी तरह से प्रभावित हो गया है | पंचायत के छोटे-छोटे विवाद आने के बाद सरपंच मौखिक ही सुनवाई कर निष्पादित कर रहे हैं । इस बावत सरपंच ने बताया कि प्रत्येक सप्ताह कचहरी में आधा दर्जन से अधिक विवाद आ रहा है। जिसे पंचों के सहयोग से मौखिक मामलों को सुलझाया जा रहा है। अधिकतर विवाद जमीन से संबंधित हैं जिसको निष्पादित करने के बाद वादी-प्रतिवादी निर्णय की कॉपी मांग रहे है। लेकिन कचहरी सचिव व न्यायमित्र नहीं होने के कारण उन्हें समझा-बुझाकर ही शांत कराया जा रहा है। ऐसे में विवादों को निपटारा करने में ज्यादा परेशानी हो रही है। 

बता दें कि सरकार ने ग्राम कचहरी की स्थापना अदालतों व थानों का बोझ कम करने के लिए किया था। ताकि छोटे-मोटे विवादों को पंचायत स्तर पर ही सुलभ व त्वरित निष्पादित किया जा सके जिससे लोगों को कम खर्च में न्याय हासिल हो सके। लेकिन प्रखंड के सरकारी बाबुओं के कार्यशैली के कारण गांव के लोगों को सही समय पर न्याय नहीं मिल पा रहा है जिससे अब लोगों में प्रखंड की कार्यशैली पर सवाल उठने लगा है।

क्या कहते हैं अफसर
प्रखंड में कर्मियों की कमी है, जिससे दिक्कतें आ रही हैं । फिर भी बहुत जल्द ही मिर्जापुर पंचायत में कचहरी सचिव व न्यायमित्र की पदस्थापित करने के लिए दूसरे पंचायत के कर्मियों को प्रभार दिया जाएगा। प्रशांत कुमार प्रसुन्न, प्रखंड विकास पदाधिकारी,गड़खा,सारण।
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