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बिटक्वाइन धोखाधड़ी मामले में 5 पर मामला दर्ज
By Deshwani | Publish Date: 18/1/2018 5:12:44 PMमुंबई (हि.स.)। आरबीआई और भारत सरकार ने पहले भी बिटकॉइन और दूसरे कई क्रिप्टो करेंसी के कारोबार को लेकर अपनी चिंता जताई थी। अब डिजिटल करेंसी में हो रहे बड़े घोटालों के कई मामले सामने आ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, बिटकॉइन में आश्चर्यजनक रूप से तेजी आई है। फिल्म अभिनेताओं से लेकर बड़े-बड़े उद्योगपतियों ने इसमें निवेश किया है। इसकी बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए देश में कई लोग पोंजी स्कीम चला रहे हैं। लक्ष्मी कॉइन, बुल कॉइन, एलसीसी जैसे कुछ लोकप्रिय फर्जी बिटकॉइन आरबीआई का फर्जी अप्रूवल लेटर दिखाकर लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं। सेबी को भी इस संदर्भ में कई शिकायतें मिली थीं। सेबी की शिकायत के बाद दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। उस पर निवेशकों को भारी मुनाफे का लालच दिखाकर 15 लाख रुपए ठगने का आऱोप है। पुलिस ने ठगी के 5 मामलों में एफआईआर दर्ज किया है। इसी तरह के आरोप गेनकॉइन के मालिक और क्रिप्टो करेंसी के गुरु अमित भारद्वाज पर भी लग रहे हैं। हालांकि मामला सामने आने के बाद से वह फरार हो गए हैं।
बता दें कि दिसंबर 2017 में बिटकॉइन ने 19,850 डॉलर का रिकॉर्ड स्तर को हासिल कर निवेशकों को आश्चर्यचकित कर दिया था। इस रिकॉर्ड स्तर को पाने के बाद अचानक इसकी कीमतें कम होकर 12,000 डॉलर के नीचे चली गईं। एक साल में इसकी कीमत में 1320 फीसदी की बढ़त देखने को मिली थी। कुछ सटोरियों ने इसके 10 लाख डॉलर का स्तर छूने की भविष्यवाणी भी की थी। इसके बाद ही ठगों ने सबसे पहले फर्जी इंडियन बिटकॉइन और एक्सचेंज को लॉन्च किया था। इसके बाद निवेशकों को भारी रिटर्न का लालच देकर फंसाया गया। निवेशकों को फंसाने के लिए आरबीआई का फर्जी अप्रूवल लेटर भी दिखाया गया था। निवेशकों ने लालच में आकर बिटकॉइन्स को बाजार से कम भाव पर बड़े पैमाने पर खरीदा। लेकिन जांच के बाद यह फर्जी बिटकॉइन पाए गए। ठगों ने देवी-देवताओं के नाम पर भी बिटक्वाइन बेचे थे। इन लोगों ने लक्ष्मी कॉइन, बुल कॉइन, एलएलसी कुछ लोकप्रिय फर्जी बिटकॉइन को लांच किया था। गेनकॉइन के मालिक और पोंजी स्कीम चलानेवाले अमित भारद्वाज पर भी कथित रूप से क्रिप्टो करेंसी घोटाले का आरोप है। उसकी पोंजी स्कीम में 1000 से ज्यादा लोगों ने निवेश किया है। इससे पहले अंतरराष्ट्रीय रिसर्च कंपनी जे.पी. मॉर्गन के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेमी डिमॉन ने भी बिटक्वाइन व अन्य क्रिप्टो करेंसी को लेकर आलोचना की थी। उन्होंने बिटक्वाइन को एक धोखाधड़ी बताई थी। उन्होंने कहा था कि ब्लॉकचेन के जरिए ठग क्रिप्टो डॉलर्स में निवेश के लिए लालच देते हैं। कई क्रिप्टोकरेंसी के मालिक बाजार से बड़े पैमाने पर निवेश को आकर्षित कर रहे हैं। बिटक्वाइन धोखाधड़ी को लेकर अप्रैल 2017 में सरकार ने सचिव स्तरीय कमेटी का गठन किया था और साल 2013 से लेकर साल 2017 के दौरान आरबीआई ने भी दुनिया की क्रिप्टो करेंसी के प्रति सावधान रहने को कहा था। रेगुलेटर के एक्शन के तहत 2 जून 2017 को वित्तमंत्री ने लेन-देन के लिए इस क्रिप्टोकरेंसी को अवैध घोषित किया था। इसी तरह 29 दिसंबर 2017 को भी सरकार ने निवेशकों को चेताया था कि यह एक पोंजी स्कीम साबित हो सकती है। इसी तरह, 20 दिसंबर 2017 को सेबी ने बिटकॉइन ट्रेडिंग में जोखिम की बात कही थी।