नई दिल्ली, (हि.स.)। कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने मास्टरकार्ड के साथ संयुक्त रूप से सोमवार को अपने 'कैश लेस बनो इंडिया' राष्ट्रीय अभियान के अंतर्गत एक डिजिटल रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह डिजिटल रथ 30 जनवरी तक देश के लगभग 10 लाख व्यापारियों से डिजिटल पेमेंट के लिए संपर्क करेगा।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी.भरतिया ने बताया कि 'कैशलेस बनो इंडिया' अभियान के इस चरण में यह रथ ग्वालियर, झांसी, कानपुर, कोलकाता, पुडुचेरी, नागपुर, भोपाल, पुणे, नवी मुंबई और मुंबई शहरों में जाएगा। प्रत्येक शहर में कैट के व्यापारियों की टीम स्थानीय व्यापारिक संगठनों के माध्यम से अधिक से अधिक व्यापारियों को डिजिटल पेमेंट अपनाने के लिए प्रेरित करेगी। देश के अन्य शहरों में भी यह अभियान साथ-साथ चलाया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत डिजिटल पेमेंट से जुड़ने वाले व्यापारियों एवं डिजिटल पेमेंट से लेन-देन करने वाले उपभोक्ताओं को ड्रा के माध्यम से प्रोत्साहन पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा की व्यापारी वर्ग देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है और इस वजह से यह अभियान व्यापारी वर्ग के बीच लेन-देन को और अधिक विश्वसनीय एवं पारदर्शी बनाएगा तथा टेक्नोलॉजी के उपयोग से व्यापारी डिजिटल अर्थव्यवस्था का लाभ ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब देश डिजिटल इंडिया की ओर बढ़ रहा है ऐसे में डिजिटल पेमेंट इसका मुख्य केंद्र है और कैश लेस बनो इंडिया अभियान व्यापारियों को डिजिटल पेमेंट से पूरे तौर पर जोड़ेगा।
मास्टर कार्ड के उपाध्यक्ष रोहन मिश्रा ने कहा कि छोटे व्यापारी नकद आधारित अर्थव्यवस्था से नकद रहित अर्थव्यवस्था तक देश को ले जाने में एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। मास्टर कार्ड ने वर्ष 2020 तक भारत में 4 करोड़ लोगों को डिजिटल पेमेंट से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया है।