मुंबई, (हि.स.) । एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (एयू एसएफबी) ने म्यूचुअल फंडों का वितरण करने के लिए 11 एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (एएमसी) के साथ समझौता किया है। इसमें घरेलू वर विदेशी दोनों कंपनियां शामिल हैं। बैंक का मकसद अपने मौजूदा ग्राहकों के लिए एक वन-स्टॉप शॉप बनना है। बैंकिंग परिचालन शुरू करने के महज 6 महीनों के भीतर, एयू एसएफबी ने जनरल इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस की बिक्री शुरू कर दी है और अब बैंक की उत्पाद पेशकश में म्यूचुअल फंडों को भी शामिल किया गया है।
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के प्रबंध निदेशक संजय अग्रवाल ने कहा, ‘‘हमारा इरादा सिर्फ राजस्व को ही बढ़ाना नहीं है, बल्कि हम अपने ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देने के लिए सभी वित्तीय समाधान मुहैया कराना चाहते हैं, जिससे वे हमारे साथ जुड़े रहें। इसके अलावा, एक स्मॉल फाइनेंस बैंक होने के नाते हमें दूसरे बैंकों की तुलना में निम्न एवं मध्यम आय वाली श्रेणी, बैंकिंग सुविधा से वंचित/कम सेवा वाले भौगोलिक क्षेत्रों में शानदार बाजार उपस्थिति है। यह एएमसी के लिए एक सशक्त वितरण मंच मुहैया कराता है।
एयू एसएफबी की बी15 शहरों में व्यापक उपस्थिति है, जिससे एएमसी को उपनगरीय बाजारों में पहुंच बनाने में मदद मिलेगी, जहां अभी भी बहुत कम पैठ है। इसने देश के अलग-अलग हिस्सों में ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों तक पहुंचने के लिए बैंक के स्कोप को बढ़ाया है। इस तरह बैंक सरकार की वित्तीय समावेशन पहलों में योगदान कर रहा है।
अग्रवाल ने कहा कि एक बैंक के तौर पर हम सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) पर केन्द्रित करेंगे क्योंकि इससे खुदरा निवेशकों की जिंदगियों में वित्तीय अनुशासन आता है। यह चक्रवृद्धि की ताकत और औसत खरीदारी की लागत से भी लाभ प्रदान करता है। इस तरह बाजार की अस्थिरता को दरकिनार किया जाता है। एयू एसएफबी का प्राथमिक उद्देश्य जरूरत आधारित निवेश समाधान मुहैया कराना है, जो कि ग्राहक के निवेश लक्ष्यों, जोखिम लेने की क्षमता और समय-सीमा पर निर्भर करता है। बैंक का मानना है कि म्यूचुअल फंडों से जुड़े जोखिमों के बारे में जागरुकता बढ़ाना व मुख्यधारा के वित्तीय निवेशों में हिस्सा लेने के लिए ग्राहकों में एसआईपी के जरिए नियमित रूप से छोटी राशि का निवेश करने की आदत डालना महत्वपूर्ण है।