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आरबीआई की आगामी द्विमासिक नीतिगत बैठक में ब्याज दर में कटौती की संभावना नहीं
By Deshwani | Publish Date: 27/11/2017 5:22:56 PM मुंबई, (हि.स.)। देश की बैंकिंग प्रणाली से अतिरिक्त नकदी बाहर होने के कारण ब्याज दरें स्थिर रह सकती हैं। बैंकों की ओर से कर्ज सस्ता होने की संभावना कम है। यह जानकारी एचडीएफसी बैंक ने दी है। भारतीय रिजर्व बैंक की आगामी द्विमासिक नीतिगत बैठक छह दिसंबर को होनी है। इस बैठक में भी ब्याज दरों को कम करने पर चर्चा होने की बात कही जा रही है, लेकिन ब्यासज दरें कम होंगी या नहीं, इस पर संभावना कम ही है। एचडीएफसी बैंक कीओर से कहा गया कि मौजूदा समय में जमा और कर्ज दोनों दरें अपने निम्नतम स्तर पर है। निकट भविष्य में इसमें और कटौती की गुंजाइश कम है। देश में महंगाई और तेल को देखते हुए यह साफ पता चलता है कि ब्याज दरों में और कटौती की कोई गुजाइंश नहीं दिख रही है। नोटेबन्दी के बाद बैंकिंग प्रणाली में जितनी भी अतिरिक्त नकदी थी, वो अब धीरे-धीरे खत्म हो चुकी है। हाल ही में कई बैंकों ने, विशेष रूप से होम और व्हीकल लोन की, ब्याज दरों में कटौती की है ताकि त्यौहरी सीजन में मांग का फायदा उठाया जा सके। एक अधिकारी के अनुसार, आरबीआई की द्विमासिक मौद्रिक नीति को देखते हुए फिलहाल यह कहना बहुत मुश्किल है कि आरबीआई क्या फैसला लेगा। भारतीय रिजर्व बैंक की आगामी द्विमासिक नीतिगत बैठक छह दिसंबर को होनी है। अक्टूबर में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारिक मुद्रास्फीति की दर 3.58 फीसद रही जो सितंबर में 3.28 फीसद रही थी। वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें प्रति बैरल 60 डॉलर के पार हो गई हैं। इसी को देखते हुए आरबीआई की ओर से आगामी नीतिगत बैठक में ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम है।