विश्व बैंक की ''इज ऑफ डूईंग बिजनेस'' रिपोर्ट में भारत की लंबी छलांग, 100वें पायदान पर पहुंचा
नई दिल्ली, (हि.स.)। भारत ने विश्व बैंक की 'इज ऑफ डूईंग बिजनेस' रिपोर्ट-2018 में इतिहास रचा। भारत ने विश्व के 190 देशों में 100 स्थान पर अपनी पहुंच बना ली। इससे पहले भारत 130, 131 और 142वें स्थान पर रहा था। ये भारत का अबतक का सबसे शानदार प्रदर्शन है। इतना ही नहीं इस साल भारत ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में दुनिया का सबसे बेहतर परफॉर्मर रहा है।
दिल्ली में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया कि इस साल भारत ने 30 पायदानों की छलांग लगाई है, जो किसी भी देश द्वारा सबसे बेहतर सुधार है। इसी के साथ भारत इस साल का दुनिया का सबसे बेहतर सुधार करने वाला देश बन गया है। दक्षिण एशिया और ब्रिक्स देशों में भारत इकलौता ऐसा देश है, जिसने अपनी अर्थव्यवस्था में इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इससे पहले भारत हमेशा 190 देशों में 130 से 140वें पायदान के बीच में ही रहता था।
जेटली ने बताया कि दिवालियापन समाधान के क्षेत्र में भारत ने 136वें पायदान से सीधे 103वें पायदान की छलांग लगाई है। इसमें भारत ने दिवालियापन ढांचा सामर्थ्य सूचकांच में 6 फीसदी से 8.5 फीसदी की वृध्दि की है। इसके लिए भारत सरकार ने इन्सॉलवेन्सी एंड बैंकरप्सी कोड में परिवर्तन और संबंधित बोर्ड का पुर्नगठन कर बड़े स्तर पर सुधार किया है।
वहीं कर भुगतान में भारत की विश्व स्तर पर बहुत ही बुरी छवि थी। भारत इस मामले में 172वें नंबर पर था लेकिन इस बार भारत ने सुधार कर 119वें स्थान पर खुद को मजबूत किया है। इसके लिए पोस्ट फाइलिंग सूचकांक में 4.3 फीसदी से 49.31 तक का सुधार हुआ। वहीं भुगतान 25 से घटकर 13 पर पहुंचा। इसी तरह भुगतान के समय में 241 घंटों से कम होकर 214 घंटे हो गया।
इसी तरह कर्ज पाने में भारत की रैंकिंग में 44 स्थान से 29वें स्थान का सुधार हुआ है। वहीं मसौदों के पालन में भारत की रैकिंग 172 से सुधरकर 164 हुई है। छोटे निवेशकों के निवेश की सुरक्षा में भारत पूरी दुनिया में 4थें स्थान पर आ गया है। वहीं कंस्ट्रक्शन परमिट मामले में भारत ने आंशिक सुधार करते हुए 185वें स्थान से 181वें स्थान की छलांग लगाई है।
इस मौके पर केंद्रीय वित्त मंत्री जेटली ने कहा कि विश्व बैंक की इस रिपोर्ट के लिए एक जून के पहले तक के सुधारों को गिना जाता है, जबकि भारत सरकार द्वारा जीएसटी लागू करना सहित कई सुधार जून और जून के बाद से शुरू हुए हैं। जिसके चलते अभी भी हम रैकिंग में और बेहतर हो सकते हैं।
विश्व बैंक की 'ईज़ ऑफ डूईंग बिजनेस' रिपोर्ट हर साल दुनिया भर के देशों में कारोबार करने की उपयुक्तता को लेकर बनाई जाती है। इस रिपोर्ट से ये पता चलता है कि दुनिया के किस देश में कारोबार करना आसान है।