नई दिल्ली। कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच स्थानीय आभूषण निर्माताओं की मांग कमजोर पड़ने से दिल्ली सर्राफा बाजार में शनिवार को सोना 820 रुपये टूटकर 30,530 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। यह सोने में इस इस अब तक एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है।
इससे पहले शुक्रवार को सोना 990 रुपये उछलकर 11 माह के उच्चतम स्तर 31,350 रुपये पर पहुंच गया था। औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की छिटपुट मांग के बावजूद चांदी 42 हजार रुपये प्रति किलो पर स्थिर बंद हुई। राष्ट्रीय राजधानी में 99.9 प्रतिशत तथा 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना प्रत्येक 820 रुपये गिरकर क्रमश: 30,530 रुपये तथा 30,380 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। आठ ग्राम वाली गिन्नी 24,600 रुपये पर स्थिर रही। चांदी तैयार 42 हजार रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर रही। साप्ताहिक आपूर्ति वाली चांदी 200 रुपये गिरकर 41,570 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। चांदी के सिक्कों के भाव भी स्थिर रहे। सिक्का 74,000:75,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर पूर्ववत रहा।
वैश्विक स्तर पर सोना एक साल के उच्चतम स्तर 1,357.64 डॉलर प्रति औंस को छूने के बाद न्यूयॉर्क में 0.19 प्रतिशत गिरकर 1,346 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। चांदी भी 0.91 प्रतिशत लुढ़ककर 17.93 डॉलर प्रति औंस रह गई। कारोबारियों ने कहा कि कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच हाजिर बाजार में आभूषण निर्माताओं एवं खुदरा कारोबारियों की मांग उतरने से सोने के भाव कम हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि उत्तर कोरिया द्वारा मिसाइल परीक्षण की वजह से अमेरिका और जापान से उसका विवाद चल रहा है। मामले गहराने की स्थिति में इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता की आशंका है। इसकी वजह से पिछले कुछ समय से सोने की कीमतों में तेज उतार-चढ़ाव हो रहा है। विवाद सुधरने के संकेत पर सोने के दाम में गिरावट आ रही है। जबकि बढ़ने की आशंका में दाम में तेजी आ रही है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी स्थिति में आम उपभोक्ताओं को बेहद समझदारी से खरीदारी करनी चाहिए।