सार्वजनिक और निजी कंपनियों में हिस्सेदारी बेचने के लिए सरकार ने पेश किया एक्सचेंज ट्रेडेड फंड भारत-22
नई दिल्ली, (हि.स.)। सार्वजनिक और निजी कंपनियों जैसे ओएनजीसी, आईओसी, एसबीआई और एक्सिस बैंक में सरकारी हिस्सेदारी बेचने के लिए केंद्र सरकार ने एक नया एक्सचेंज ट्रेडेड फंड भारत-22 शुरू करने की घोषणा की है।
इसमें 22 केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और स्पेसीफाइड अंडरटेकिंग ऑफ यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया (एसयूयूटीआई) के पास के कुछ शेयर शामिल होंगे।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को यहां पत्रकारों से कहा कि भारत-22 का निवेश कारोबार के छह क्षेत्रों पर केंद्रित होगा। उन्होंने कहा कि 11.4 अरब डॉलर के संपत्ति बिक्री कार्यक्रम के तहत यह नया फंड शुरू किया गया है और चालू वित्त वर्ष के दौरान मार्च 2018 तक संपत्ति बिक्री कार्यक्रम के जरिये 72,500 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा है।
जेटली ने कहा, ‘‘इन क्षेत्रों में से प्रत्येक का चयन करते समय, हमने क्षेत्रीय सुधारों को ध्यान में रखा है, जिसका इन शेयरों के मूल्यांकन पर सीधा प्रभाव पड़ा है ... हम मानते हैं कि यह ईटीएफ काफी सफल होगा।’’ ईटीएफ म्यूचुअल फंड स्कीम की तरह काम करती है और निवेशकों द्वारा इकाइयों के रूप में खरीदा जाता है।
बैंकिंग क्षेत्र में इसका निवेश भारतीय स्टेट बैंक, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और इंडियन बैंक के शेयर में किया जाएगा। इसके लिए सार्वजनिक उपक्रमों में नाल्को, ओएनजीसी, इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और कोल इंडिया जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों के अलावा ग्रामीण विद्युतीकरण निगम और पॉवर फाइनैंस कॉरपोरेशन जैसे बिजली क्षेत्र के उपक्रमों के साथ इसमें नौ अन्य सार्वजनिक उपक्रम के शेयर शामिल होंगे।
वित्त वर्ष 2017-18 के पहले चार महीनों में सरकार ने अब तक संपत्ति बिक्री कार्यक्रम के जरिये 9,300 करोड़ रुपए जुटाए हैं। एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) एक इंडेक्स फंड होता है जो एक एक्सचेंज पर लिस्टेड और ट्रेडेड होता है, बिल्कुल शेयर की तरह।