ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
बिज़नेस
फूटवियर उद्योग को बढ़ावा देने संबंधित विधेयक संसद में पास
By Deshwani | Publish Date: 24/7/2017 8:41:59 PM
फूटवियर उद्योग को बढ़ावा देने संबंधित विधेयक संसद में पास

नई दिल्ली,  (हि.स.)। संसद ने सोमवार को फुटवियर उद्योग को बढ़ावा देने और उसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने संबंधित विधेयक पारित कर दिया।
फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट बिल, 2017 का मकसद फूटवियर उद्योग में शिक्षिक गुणवत्ता और उत्कृष्टता बढ़ाना है। इसके लिए फुटवियर डिजाइन और विकास संस्थान स्थापित करना और उसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का रूप देना शामिल है।
सोमवार को राज्यसभा ने इस बिल को ध्वनिमत से पारित कर दिया। इससे पहले इसे लोकसभा ने अप्रैल में पारित कर दिया था। इस अवसर पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस संस्थान के देशभर में 12 कैंपस होंगे जिसमें से 7 वर्तमान में कार्यशील हैं। इन्हें राष्ट्रीय महत्व का संस्थान घोषित किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि इस कानून का महत्व युवाओं को फुटवेयर उद्योग में प्रशिक्षित करना है।
उन्होंने कहा कि वह पार्टी अधारित राजनीति नहीं करना चाहती लेकिन जो पार्टी 1986 में इस संस्थान को लेकर आई थी वह इसके महत्व को समझ न सकी और 2012 से 2014 के दौरान कुछ अनियमिततायें रही। यह गलतियों को ठीक करने लिए है ताकि युवाओं का भविष्य अनिश्चितता भरा न हो।
जब इसे समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने सरकार के पशुओं को लेकर बनी नीति के विरूद्ध दर्शाने की कोशिश की तो सीतारमन ने कहा कि मोदी सरकार गैरकानूनी केन्द्रों के माध्यम से चमड़े की आपूर्ति पर रोक लगाना चाहती है।

image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS