नई दिल्ली, (हि.स.)। रविवार को जिस वेबसाइट ने दावा किया था कि उसके पास लाखों जियो उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारी से जुड़ा डाटा है, सोमवार को उसके अकाउंट को निरस्त कर दिया गया है। मामले में एक तरफ वेबसाइट पर जाकर रिलायंस नंबर की जानकारी ढूंढने वाले कह रहे हैं कि वेबसाइट का दावा सही है| वहीं रिलायंस का कहना है कि उनके पास जो डाटा है वह पूरी तरह से सुरक्षित है।
रविवार को लगभग 6 बजे, मैजिकपैक डॉट कॉम नामक एक वेबसाइट ने ट्विटर, व्हाट्सएप और रेडडिट इंडिया सहित कई भारतीय सोशल मीडिया चैनलों के माध्यम से दावा किया था कि उसके पास लाखों रिलायंस जियो उपयोगकर्ताओं के व्यक्तिगत आंकड़ें हैं| हालांकि वेबसाइट ने रात आते-आते भारी वेब ट्रैफिक के चलते काम करना बंद कर दिया था।
सरल उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस से युक्त इस वेबसाइट पर जिओ सिम से जुड़ी जानकारी तक पहुंचने के लिए आगंतुकों को रिलायंस जीओ मोबाइल नंबर दर्ज करना था। कुछ लीक डेटा की प्रामाणिकता की पुष्टि ऑनलाइन उपयोगकर्ताओं के साथ-साथ तकनीकी वेबसाइट फ़ीनारेना ने भी की थी। वहीं दूसरी ओर कुछ रिलायंस जियो नंबरों की खोज करने पर कोई परिणाम नहीं आया था जिसके चलते यह बता पाना कठिन है कि यह डाटा लिक कितना बड़ा था।
रिलायंस जियो के प्रवक्ता का कहना है कि प्रथम दृष्टया डेटा अप्रमाणिक प्रतीत होता है। उन्होंने कहा, ‘‘हम वेबसाइट के असत्यापित दावों की जांच कर रहे हैं। पहली नजर में, डेटा अप्रमाणिक प्रतीत होता है। हम अपने ग्राहकों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि उनका डेटा सुरक्षित और उच्चतम सुरक्षा के साथ रखा गया है। आवश्यकता के अनुसार डेटा केवल अधिकारियों के साथ साझा किया जाता है। हमने वेबसाइट के दावों के बारे में कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सूचित किया है और सख्त कार्रवाई का अनुरोध किया है।’’
डोमेन का नाम भारत में कहीं पंजीकृत हुआ दिखाई देता है। विभिन्न आईपी ट्रैकिंग वेबसाइट मैजिकपैक.कॉम को महाराष्ट्र में ट्रैक कर रहे हैं। हालांकि, हैकर्स प्रॉक्सी सर्वर सहित विभिन्न तरीकों से अपनी स्थान संबंधी जानकारी आसानी से छिपाई जा सकती है।