नई दिल्ली, (हि.स.)। विश्व की सबसे बड़ी सहकारी संस्था इफको ने बीमा कारोबार में अपनी हिस्सेदारी बेचकर 2,530 करोड़ रुपये एकत्रित किये हैं। भारत में किसानों और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को कम से कम प्रीमियम में बीमा उपलब्ध कराने में जुटी इफको ने अपने बीमा उद्यम इफको-टोकियो जनरल इश्योरेंस की 21.64 प्रतिशत हिस्सेदारी जापान के संयुक्त उद्यम भागीदार टोकियो मरीन (टीएम) एशिया लिमिटेड को बेचने का फैसला किया है। साथ ही इंडियन पोटाश लिमिटेड भी अपनी 1.36 प्रतिशत हिस्सेदारी जापानी कंपनी को बेचेगा।
इफको के प्रबंध निदेशक यू.एस. अवस्थी ने शुक्रवार को कहा कि इस आंशिक हिस्सेदारी की बिक्री से इफको को इफको - टोकियो में अपने निवेश के वैल्यूएशन का अच्छा अवसर मिला है। इस बिक्री से इफको को अपने कृषि कारोबार को फैलाने तथा कृषि क्षेत्र में तेजी से हो रहे बदलावों के बीच किसानो के हितों की रक्षा करने हेतु अपेक्षित पूँजी जुटाने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि इस विनिवेश के बाद भी इफको-टोकियो की कारोबारी गतिविधियों पर इफको का नियंत्रण बना रहेगा।
अवस्थी ने कहा इस बीमा कंपनी का मुख्य उद्देश्य गांव-गांव और घर-घर तक किसानों को बीमा सुविधा का लाभ पहुंचाना है। देशभर में फैले इफको के मजबूत नेटवर्क और ब्रांड पहचान से इसे फायदा हुआ है। आज यह ग्रामीण क्षेत्र की नंबर एक बीमा कंपनी है।
उन्होंने कहा कि कंपनी आगे भी इस दर्जे को बनाये रखेगी और किसानों को कम से कम प्रीमियम पर बेहतर बीमा योजना उपलब्ध कराने का प्रयास जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों के साथ-साथ हम देश के हर उस क्षेत्र में पहुंचना चाहते हैं जहां आज तक कोई और नहीं पहुंचा है तथा कोई और पहुंचना भी नहीं चाहता है।
मौजूदा सरकार ने देश बीमा कंपनियों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अधिकतम सीमा 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 49 प्रतिशत कर दी थी। इसके बाद इफको ने अपनी हिस्सेदारी घटायी है।
उल्लेखनीय है कि देश में सबसे अधिक उर्वरक का उत्पादन और विपणन करने वाली इफको ने वर्ष 2000 में बीमा क्षेत्र में प्रवेश किया था। यह कृषि क्षेत्र के अलावा जीवन बीमा, वाहन और स्वास्थ्य बीमा भी उपलब्ध कराती है। पिछले वर्ष इसने 420 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया था।