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बैंको के एनपीए का 25 फीसदी केवल 12 लोगों के कारणः आरबीआई
By Deshwani | Publish Date: 14/6/2017 4:13:10 PM नई दिल्ली/मुंबई, (हिस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने खुलासा किया है कि देश के बैंको के एनपीए (नॉन परर्फॉमिंग एसेस्ट्स) याने डूबते कर्ज का 25 फीसदी केवल 12 लोगों के कारण है। आरबीआई की इंर्टरनल एडवायसरी कमेटी (आईएसी) की सोमवार को हुई पहली बैठक के बाद ये फैसला लिया गया था कि 5 हजार करोड़ रूपये या उससे ज्यादा के डूबते कर्ज वाले बैंक खातों पर पहले कार्रवाई की जाए। ये फैसला इन्साल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (आईबीसी) के नियमों के तहत् लिया गया।
आईएसी ने जांच के बाद ये फैसला किया कि ऐसे तमाम बैंक खातों जिनमें 5 हजार करोड़ रूपये से ज्यादा का डूबता कर्ज है या 31 मार्च, 2016 तक 60 फीसदी तक कर्ज चुकाया नहीं गया हो, ऐसे बैंक खातों के खिलाफ आईबीसी के तहत् कार्रवाई की जाएगी। वहीं ऐसे बैंक खातें जो इस गाइडलाइन के अंर्तगत नहीं आते, उन बैंक खातों को लेकर बैंक अगले छह माह में कार्ययोजना तैयार करें।
बता दें कि अलग-अलग अनुमानों के मुताबिक देश में एनपीए करीब 10 लाख करोड़ रुपये हैं, जिसमें से 6 लाख करोड़ रूपये तो केवल सार्वजनिक क्षेत्र की बैंकों का है।