बिहार
पेट्रोलियम उत्पादों के अत्यधिक इस्तेमाल से पर्यावरण को पहुँच रहा नुकसान- राज्यपाल
By Deshwani | Publish Date: 16/1/2018 4:22:38 PMपटना (हि स )- बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पेट्रोलियम उत्पादों के संरक्षण और इसके समुचित इस्तेमाल की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों के अत्यधिक इस्तेमाल से पर्यावरण को काफी नुकसान पहुँच रहा है।
पेट्रोलियम संरक्षण अनुसंधान संघ तथा पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘संरक्षण क्षमता महोत्सव’ का मंगलवार को यहाँ उदघाटन करते हुए राज्यपाल ने कहा कि इसके लिए प्रत्येक नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है 1 पेट्रोलियम उत्पादों के संरक्षण की प्रक्रियाओं और उपायों के बारे में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता बताते हुए उन्होंने कहा कि ‘संरक्षण क्षमता महोत्सव’ से इस दिशा में सार्थक पहल सम्भव है 1
श्री मलिक ने कहा कि भारत विश्व में इंधन के रूप में इस्तेमाल होने वाले तेल की खपत करने वाला तीसरा सबसे बड़ा देश है। भारत में इस तेल की सालाना खपत का 80 प्रतिशत हिस्सा आयात पर निर्भर है जिसकी वजह से विदेशी मुद्रा के संग्रह और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर भारी दबाव पड़ रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि औद्योगिकीकरण, मशीनीकरण और परिवहन के तेज तौर-तरीके जीवन की समृद्धि के प्रतीक बन गए हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि हम जितने कम तेल एवं गैस की खपत करेंगे, उतने ही कम पेट्रोलियम का हमें आयात करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस बचे धन का उपयोग विकास, आधारभूत-संरचना एवं कल्याणकारी योजनाओं के लिए किया जा सकता है। पेट्रोलियम उत्पादों की बढती हुई मांग से इसकी कीमत बढ़ रही है जिससे महँगाई बढ़ रही है 1
राज्यपाल ने कहा कि तेल के समुचित इस्तेमाल से महँगाई को नियंत्रित किया जा सकता है और इसके लिए वैकल्पिक और नवीकरणीय ऊर्जा के स्रोतों को विकसित कर उसका उपयोग करने की आवश्यक है 1 राज्यपाल ने कहा कि तेल एवं गैस के संरक्षण के लिए सरकार के साथ-साथ जन-जन की भागीदारी जरूरी है तथा समाज के प्रत्येक तबके को तेल एवं गैस संरक्षण के लिए आगे आना होगा।