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बिहार
बगैर पढ़े ही हजारों बच्चे वार्षिक परीक्षा में भाग लेंगे
By Deshwani | Publish Date: 12/12/2017 10:32:55 AM
बगैर पढ़े ही हजारों बच्चे वार्षिक परीक्षा में भाग लेंगे

पूर्णिया, (हि. स)।बगैर पढ़े ही हजारों बच्चे वार्षिक परीक्षा में भाग लेंगे । ऐसी विवशता सरकारी विद्यालय में पठन पाठन कर रहे छात्रों की है ।सरकार की तमाम कोशिशें धरि की धरि रह जाती है जब सरकार की उपेक्षाओं का दंश झेलने की विवशता आम जनता से लेकर छात्र छात्राएं को भी भुगतना पड़ रहा हो ।सभी सियासत दारों का यह दावा की शिक्षा को मजबूती प्रदान किए जाने की वकालत की जाती रही है, हो भी क्यों नही शिक्षा समाज से लेकर देश की बुनियाद की धरोहर है 
जब नीव ही कमजोर हो तो इमारत की मजबूती की कल्पना करना सरकार के लिए बेमानी कही जा सकती है | शिक्षा सबो की पहली प्राथमिकताओं में शामिल है शिक्षित समाज से ही देश के विकास को गति मिल सकती है शिक्षा का स्तर जितना ऊंचा होगा हमारे यहां विकास उतनी ही तीव्र गति से आगे बढ़ेगा बिन शिक्षा सबकुछ अधूरा है ।ऐसा प्रतीत होता है कि शिक्षा के प्रति विभाग व सरकार का ढुलमुल रवैया हजारो बच्चो के भविष्य को गर्त में धकेल रही है ।यहां इस बात का जिक्र करना आवश्यक है कि स्कूली छात्रों का 2017/18 का सत्र अंतिम पड़ाव में है तथा सरकारी विद्यलयों में पढ़ने वाले हजारों छात्रों को किताब उपलब्ध नही हो पाई है इस सत्र को करीब आठ महीने का समय बीत जाने के बाद विभाग की कुम्भकर्णी निद्रा टूटी तो आनन फानन में विभाग द्वारा प्रखण्ड बी आर सी कार्यालय को किताबे उपलब्ध कराइ गई है अब जबकि सत्र के आखिरी पड़ाव में किताबी की उपलब्धता कराई जा रही है तो इस बात से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि पूरे सालभर की पढाई आगामी दो माह में कैसे पुरे करेंगे जबकि मार्च महीने में सत्र की वार्षिक परीक्षा होगी ।
बताते चले की धमदाहा प्रखण्ड में कुल 197 प्राथमिक व मध्य विद्यालय है जिनमे कुल नामांकित छात्र छात्राओं की संख्या 54308 है |वही इतने छात्रों के लिए विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई किताबो की सूचि विभन्न विषयों के किताबों की कुल संख्या 49541 है ।वर्गवार एवम विषयवार किताबो की संख्या इस प्रकार है ।वर्ग प्रथम में कुल नामांकित छात्रों की संख्या। 5963 है प्रथम वर्ग के लिए हिंदी विषय के लिए 6103 किताबे तो गणित विषय के लिए 3720 तथा उर्दू विषय के लिए 56 किताबे उपलब्ध कराइ गई है ।द्वितीय वर्ग में नामांकित छात्रों की संख्या कुल 7870 है जिसके लिए हिंदी विषय की कुल 8213 किताबे गणित विषय के लिए 2040 किताबे उर्दू विषय के लिए 45 किताबे अंग्रेजी विषय के लिए 8220 किताबे उपलब्ध कराई गई है ।तृतीय वर्ग में नामांकित छात्रों की संख्या कुल 9587 हैं जिसके लिए सिर्फ गणित विषयों के मात्र 35 किताबे उप्लबद्ध कराइ गई है ।वर्ग चतुर्थ में नामांकित छात्रों की संख्या कुल 8429 है जिसमे सिर्फ अंग्रेजी विषय की कुल 38 किताबे उपलब्ध कराई गई है ।वर्ग पंचम में नामांकित छात्रों की कुल संख्या 7780 है जिनके लिए हिंदी विषय की कुल 4581 किताबे गणित विषय के लिए 4573 किताबे पर्यावरण विषय के लिए 4573 तथा उर्दू विषय के लिए 30 किताबे उपलब्ध कराई गई है ।वर्ग षष्टम के लिए नामांकित छात्रों की संख्या 5002 है जिसमे अंग्रेजी विषय के लिए 3604 किताबे हिंदी विषय की 3574 उर्दू की 30 एवम फ़ारसी विषय की 30 किताबें उपलब्ध कराई गई है ।वर्ग सप्तम में नामांकित छात्रों की संख्या 4971 है जिसमे सिर्फ उर्दू एवम फ़ारसी विषयों की 38 किताबें उपलब्ध कराओ गई है वहो वर्ग अष्टम में नामांकित छात्रों की कुल संख्या 4706 है जिनके लिए विभाग द्वारा सिर्फ फ़ारसी विषयों की 38 किताबें उपलब्ध करााा गई है ।विभाग द्वारा प्रखण्ड बी आर सी कार्यालय को जो वर्गवार एवम विषयवार किताबे मुहैया कराई गई है वो भी चौकाने व हैरान करने वाली है सिर्फ प्रथम वर्ग व द्वितीय वर्ग के छात्रों को हिंदी विषय की ही समुचित रूप से किताबे मिल पाएगी अन्य विषय की किताब को बच्चों में वितरण करने में शिक्षकों की परेशानी बढ़ती जाएगी वही तृतीय वर्ग के छात्रों हेतु सिर्फ गणित विषय की 35 किताबें चतुर्थ वर्ग के लिए अंगेजी की 38 किताबें आशय की बात तो यह की वर्ग सप्तम और अष्टम के लिए उर्दू व फ़ारसी विषय की किताबें उपलब्ध कराई गई है जो कि सभी विद्यलयों के धीक्षकों द्वारा छात्रों को बांटा जाना है ।विभाग द्वारा उओलब्ध कराए गए किताबो के बावत प्रधानाध्यापक काफी पशोपेश में हैं दर्जनों अध्यापकों ने बताया कि इस तरह की व्यवस्था से दुविधा की स्थिति आं पड़ी है ऐसे में किताबों का वितरण करना बहुत बड़ी समस्या बन गई है अधयापकों की माने तो समुचित रूप किताब की उपलब्धता नही होने से वितरण में काफी दिक्कतें का सामना करना पड़ेगा अतः ऐसी परिस्थिति में छात्रों एवम अभिभावकों के आक्रोश का कोपभाजन का कहि सामना न करना पड़े अध्यापकों में इस बात का भय छाया हुआ है ।इस सम्बन्ध में प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी रंजेश मिश्रा ने बताया कि विभाग द्वारा उपलब्ध किताबों को सभी विद्यलयों को सूची के मुताबिक मुहैया करा दी गई है तथा शेष किताबे आवंटन के होने पर वितरण किया जाएगा ।सवाल यह कि सत्र के आखोरी समय विभाग द्वारा आधे अधूरे किताब की आपूर्ति कराया जाने से बेहतर शिक्षा का सपना देखना कहा तक जायज है ऐसे में तो करीब 54308 बच्चो का भिवष्य अन्धकारमाय दिखता है जो की इन बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़ नही तो और क्या है सरकार का शिक्षा के प्रति उदासीन रवैया बच्चो के भविष्य को गर्त में तो धकेल ही रही साथ ही सरकार के विकास की पोल भी खोल रही है ।
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