बिहार
मधुमक्खी पालन से किसान कर सकते अच्छी आमदनी : राधामोहन
By Deshwani | Publish Date: 11/12/2017 6:17:01 PM- केविके ने दिया किसानों को प्रशिक्षण
पीपराकोठी। सौरभ राज पप्पू
स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में पिछले तीन दिनों से चल रहे मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण का समापन सोमवार को किया गया. समापन समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह थे. जबकि अध्यक्षता केविके के कार्यक्रम समन्वयक डा के.के झा ने की. समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री श्री सिंह ने कहा कि यहां आकर आप लोगों ने जो प्रशिक्षण लिया है उसे धरातल पर उतारे. उन्होंने कार्यक्रम समन्वयक डा झा से केविके में कालोनी निर्माण कराने का निर्देश दिया. इस दौरान जिले के विभिन्न प्रखंडों से 30 किसानों को मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण दिया गया. शिविर को संबोधित करते हुए कृषि विज्ञान केन्द्र के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. झा ने कहा कि किसानों को अच्छी पैदावार नहीं होने के कारण किसान किसानी से अपना मुँह मोडने लगे हैं. ऐसे में विभाग किसानों को नई तकनीक से खेती करने के लिए आए दिन प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कर रहा है। वहीं पौधा रोग के वैज्ञानिक आर.बी. शर्मा ने कहा कि मधुमक्खी पालन के लिए पूर्वी चम्पारण जिला की आबोहवा बहुत ही अनुकूल है. इसकी शुरुआत नवम्बर, दिसम्बर महीने से की जा सकती है। मधुमक्खी पालन भूमिहीन किसान भी कर अच्छी आमदनी कर सकते हैं. मधुमक्खी पालन से शहद ,मोम ,प्रोपोलिस, रॉयलजेली,पोलेन तो मिलता ही है साथ ही जिस फसल में मधुमक्खी पालन करते हैं, उसकी उपज 15 से 20 परसेंट तक बढ़ जाती है. शुरू में इस व्यवसाय को 5-10 बक्से के साथ शुरू करना चाहिए और इतने बक्से के देखभाल के लिए घर का सदस्य ही काफी है. 10 बक्से से शुरुवाती वर्ष में 40 से 50 हजार तथा दूसरे तीसरे वर्ष में एक लाख रुपए तक सालाना कमाई किया जा सकता है. 100 बक्सा मधुमक्खी पालन में 8 लोगों को रोजगार मिल जाता है. अधिक जानकारी के लिए पौधा रोग वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र पीपराकोठी से संपर्क किया जा सकता है. मौके पर कृषि वैज्ञानिक डा.अरविंद कुमार सिंह, डॉ.नीलम कुमारी, मनोरंजन सिंह सहित कई वैज्ञानिक व किसान मौजूद थे.