बिहार
खत्म हुई हैं कई सामाजिक कुरीतियां, दहेज प्रथा भी होगी समाप्त : शैलेश
By Deshwani | Publish Date: 11/12/2017 4:31:31 PMआरा, (हि.स.)। आजादी के पूर्व और आजादी के बाद भारत में जनजागरुकता के बूते कई सामाजिक बुराइयों पर विजय पाई गई हैं | सदियों से चली आ रही सामाजिक कुरीतियों और कुप्रथाओं पर विजय पाई गई है। समाज सुधारक के रूप में जो भी आगे आया और सामाजिक क्रांति का ध्वजवाहक बना और देश-दुनिया उसकी पूजा करती है। सती प्रथा जैसी सामाजिक कुप्रथा को समाप्त किया जा सकता है तो दहेज़ प्रथा भी खत्म होगी। ये कहना है राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ता शैलेश कुमार राय का। दहेज़ प्रथा को समूल समाप्त करने के अभियान में इन्होने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। चाहे सरकार द्वारा चलाये जा रहे अभियान हो चाहे दैनिक समाचार पत्रों द्वारा चलाये जा रहे अभियान हो, सबमें शैलेश की अग्रणी भूमिका दिखती है।
उन्होंने बताया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दहेज़ बंदी का अभियान चला कर देश में नया सवेरा होने का संदेश दिया है। दहेज़ बंदी अभियान को वे सामाजिक क्रांति का प्रतीक बताते हैं और कहते हैं कि नीतीश कुमार सफल मुख्यमंन्त्री के बाद सफल समाज सुधारक साबित होंगे। राजा राम मोहन राय, स्वामी विवेकानन्द, भगवान महावीर, गौतम बुद्ध जैसे लोगों ने भारत में सामाजिक क्रांति लाई थी | अब नीतीश कुमार भी दहेज़ बंदी जैसे कुप्रथा को खत्म कराकर महान लोगों की श्रेणी में शामिल हो जायेंगे। शैलेश कुमार राय ने कहा कि प्राचीन काल में सती प्रथा को समाप्त करना भी बड़ा मुश्किल लग रहा था लेकिन इसी देश से निकले लोगों ने समाज को जागृत किया और सती प्रथा को खत्म किया जा सका। दहेज़ के विरुद्ध भी समाज आगे आ रहा है और आने वाले दिनों में दहेज़ भी समाप्त होगा। जरूरत है समाज के लोगो खासकर महिलाओं को आगे आकर दहेज़ बंदी को लेकर जले मशाल को आगे बढ़ाने की ताकि इस कुप्रथा को जड़ से उखाड़ फेंका जा सके।