पटना, (हि.स.)। उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शुक्रवार को कोलकाता के होटल आईटीसी सोनार के सभागार में एबीपी इनिसिएटिव की ओर से आयोजित इंफोकॉम-2017 में ‘बिहार सत्र’ को सम्बोधित किया। आईटी क्षेत्र से जुड़े उद्यमियों व निवेशकों से बिहार में पूंजी निवेश करने का आह्वान करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की नई आईटी प्रोत्साहन नीति के तहत निवेशकों को स्टाम्प ड्यूटी, रजिस्ट्रेशन व लैंड यूज कन्वर्जन फी से मुक्त कर दिया गया है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उत्पादन शुरू होने के बाद निवेशकों को बैंक लोन पर 10 प्रतिशत ब्याज अनुदान मिलेगा, जिसकी अधिकतम सीमा 20 करोड़ रुपये तक है। इसके अलावा स्वीकृत पर लागत का 125 प्रतिशत राज्य जीएसटी का उन्हें पुनर्भुगतान कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि रोजगार समर्थन के तौर पर नियोक्ता को बिहार के किसी सामान्य श्रेणी के व्यक्ति के नियोजन पर ईपीएफ और इएसआई का 50 प्रतिशत तथा एससी, एसटी और महिलाओं के नियोजन पर 100 प्रतिशत पुनर्भुगतान किया जाएगा। रिक्रूटमेंट ट्रेनिंग स्पोर्ट के अन्तर्गत सरकार बिहार के किसी व्यक्ति को नियोजित करने पर प्रति कर्मचारी के लिए 20 हजार रुपये नियोक्ता को देगी।
पटना, (हि.स.)। उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शुक्रवार को कोलकाता के होटल आईटीसी सोनार के सभागार में एबीपी इनिसिएटिव की ओर से आयोजित इंफोकॉम-2017 में ‘बिहार सत्र’ को सम्बोधित किया। आईटी क्षेत्र से जुड़े उद्यमियों व निवेशकों से बिहार में पूंजी निवेश करने का आह्वान करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की नई आईटी प्रोत्साहन नीति के तहत निवेशकों को स्टाम्प ड्यूटी, रजिस्ट्रेशन व लैंड यूज कन्वर्जन फी से मुक्त कर दिया गया है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उत्पादन शुरू होने के बाद निवेशकों को बैंक लोन पर 10 प्रतिशत ब्याज अनुदान मिलेगा, जिसकी अधिकतम सीमा 20 करोड़ रुपये तक है। इसके अलावा स्वीकृत पर लागत का 125 प्रतिशत राज्य जीएसटी का उन्हें पुनर्भुगतान कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि रोजगार समर्थन के तौर पर नियोक्ता को बिहार के किसी सामान्य श्रेणी के व्यक्ति के नियोजन पर ईपीएफ और इएसआई का 50 प्रतिशत तथा एससी, एसटी और महिलाओं के नियोजन पर 100 प्रतिशत पुनर्भुगतान किया जाएगा। रिक्रूटमेंट ट्रेनिंग स्पोर्ट के अन्तर्गत सरकार बिहार के किसी व्यक्ति को नियोजित करने पर प्रति कर्मचारी के लिए 20 हजार रुपये नियोक्ता को देगी।
उन्होंने कहा कि बिहार में आईटी क्षेत्र में काफी संभावना है। पटना के डाकबंगला इलाके के एक एकड़ में आईटी टॉवर, पटना के नजदीक बिहटा में 25 एकड़ में आईटी पार्क और राजगीर में 106 एकड़ में इलेक्ट्रॉनिक सह आईटी सिटी का निर्माण प्रस्तावित है।