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पटना विवि के पिछले सौ वर्ष का इतिहास गौरवमयी :राज्यपाल
By Deshwani | Publish Date: 8/12/2017 7:23:42 PM
पटना विवि के पिछले सौ वर्ष का इतिहास गौरवमयी :राज्यपाल

 पटना, (हि.स.)। राज्यपाल-सह-कुलाधिपति सत्यपाल मलिक ने शुक्रवार को पटना विश्वविद्यालय के ह्वीलर सीनेट हाऊस में आयोजित शताब्दी प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। राज्यपाल ने कहा 'बिहार की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत अत्यन्त गौरवमय रही है तथा भारत के स्वर्णिम इतिहास में बिहार का बहुत बड़ा योगदान रहा है। पटना विश्वविद्यालय, जिसे कभी ‘पूरब का ऑक्सफोर्ड’ कहा जाता था, का पिछले सौ वर्ष का इतिहास भी काफी गौरवमय रहा है। इस विश्वविद्यालय से निकलने वाली अनगिनत प्रतिभाओं ने सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, शैक्षिक, प्रशासनिक आदि हर क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।' 

राज्यपाल ने कहा कि किसी देश की शिक्षा-व्यवस्था का सुदृढ़ होना बेहद जरूरी है। साथ ही किसी देश की ताकत इस बात पर निर्भर करती है कि वहां की शिक्षा-व्यवस्था कितनी मजबूत है। कोई भी देश बड़ी-बड़ी इमारतों, कारखानों, पुलों आदि के नष्ट होने से उतना तबाह नहीं होता, जितना वहां की शिक्षा-व्यवस्था के नष्ट होने से खतरा बढ़ जाता है। बिहार में उच्च शिक्षा के विकास के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे और पूरी उम्मीद है कि सामूहिक प्रयासों से इसमें कामयाबी भी मिलेगी। पटना विश्वविद्यालय सहित राज्य के सभी विश्वविद्यालयों को कुलाधिपति कार्यालय का हरसंभव सहयोग मिलता रहेगा और वे भी समय-समय पर विश्वविद्यालय आते रहेंगे। 

उन्होंने आगे कहा कि पटना विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए अपनी प्राचीन गौरवमय विरासत और प्रतिष्ठा की पुनर्प्राप्ति के लिए तेजी से आगे बढ़े।

साथ ही उन्होंने अधिकारियों से कहा 'जिन नए कॉलेजों के पास छात्राओं के लिए ‘गर्ल्स कॉमन रूम’ और ‘वाश रूम’ न हों, उन्हें प्रस्वीकृति कदापि नहीं प्रदान किए जाएं। साथ ही पुराने विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय भवनों में भी ‘गर्ल्स कॉमन रूम’ एवं ‘वाश रूम’ की व्यवस्था अनिवार्यतः सुनिश्चित करायी जाए।'

राज्यपाल ने छात्र-संघ चुनाव को विश्वविद्यालयों के लिए उपयोगी बताते हुए कहा कि इससे विश्वविद्यालयीय समस्याओं पर छात्रों से विमर्श के लिए एक समुचित ‘फोरम’ तैयार हो जाता है। साथ ही छात्र संघों से विद्यार्थियों का व्यक्त्वि भी विकसित होता है। राज्यपाल ने छात्रसंघ चुनाव पर चर्चा करते हुए कहा कि छात्रसंघ चुनाव राज्य में शीघ्र कराने के लिए सभी कुलपतियों को कहा गया है। 

पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष के अवसर पर मलिक ने परिसर में आयोजित प्रदर्शनी (08-15, दिसम्बर) की प्रशंसा की । उन्होंने कहा कि यहां पटना विश्वविद्यालय के सौ साल के गौरवशाली इतिहास की झलक देखने को मिलती है। राज्यपाल ने आयोजित प्रदर्शनी के विभिन्न प्रदर्शों को भी देखा। राज्यपाल ने इस कार्यक्रम के दौरान भारतीय डाक विभाग द्वारा जारी ‘स्पेशल पोस्टल कवर’ को भी लोकार्पित किया। उन्होंने पटना विश्वविद्यालय के तीन शिक्षकों, डॉ जयश्री मिश्रा, डॉ सुरेन्द्र कुमार एवं डॉ जयदेव मिश्र द्वारा लिखित ‘हिस्ट्री ऑफ (1917-2017)’का भी विमोचन किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. रास बिहारी प्रसाद सिंह ने शताब्दी वर्ष में आयोजित होने वाले आगामी कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में पुस्तकालय प्रभारी प्रो श्रीराम पद्मदेव, पीएनजी अशोक कुमार, कुलसचिव डॉ रवीन्द्र कुमार सहित अन्य ने अपने विचार रखे।

 
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