पटना, (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को यहां महागठबंधन पर चर्चा करते हुए कहा कि लोगों ने मेरा हाथ पकड़ा था, मैंने किसी का हाथ नहीं पकड़ा और जब पकड़ लिया, तो परेशान करने लगे और हाथ छुड़ाने की कोशिश करने लगे तो मैंने भी ऐसे हाथ को छोड़ दिया।
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने जदयू के अंदरूनी मामले में हस्तक्षेप कर उसे तोड़ने की कोशिश की लेकिन जदयू ने कभी भी कांग्रेस के अंदरूनी मामले में हस्तक्षेप नहीं किया। जदयू का संगठन आज भी मजबूत है और हमारे बीच कोई विवाद नहीं है।
गुजरात चुनाव में बीजेपी की जीत निश्चित तौर पर होने की बात कही है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि एक बात दिमाग में रख लीजिए, गुजरात में बीजेपी बहुत मजबूती से चुनाव जीतेगी। बाकी क्या हो रहा है, वह तो होता रहता है। गुजरात में कांग्रेस डरी हुई है। कांग्रेस ने तो गुजरात में मुसलमान को टिकट भी नहीं दिया है। गुजरात के लोग बीजेपी से अलग वोट नहीं देंगे।
उन्होंने लालू के सिक्यूरिटी वाले प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि सेंट्रल गवर्नमेंट ने सिक्यूरिटी कम किया, तो कितने बयान आये, क्या आरोप नहीं लगाये गये। राज्य सरकार से जेड प्लस मिला हुआ है, एसएसजी की सिक्यूरिटी मिली हुई है। अब केंद्र सरकार वाला घटता है, तो देखिए क्या बोलते हैं। उन्होंने कहा कि हम 12 साल से मुख्यमंत्री हैं। हमको कोई सिक्यूरिटी का दर्जा केंद्र सरकार से नहीं मिला हुआ है।
नीतीश कुमार ने अपने ट्वीट करने पर कहा कि हमको डर लगता है कि यहां समझ पायेंगे कि नहीं समझ पायेंगे। हमने तो ट्वीट में किसी का नाम नहीं लिया है। देखिए राजनीति कहां पहुंच गयी है। हमलोग तो जेपी के अनुयायी हैं, उनके नेतृत्व में छात्र आंदोलन हुआ,| उन्होंने नेतृत्व संभाला, जेपी आंदोलन, 74 आंदोलन, बिहार आंदोलन। आप जान जाइए, जेपी को एक जगह जनेऊ दिया गया | उन्होंने मना कर दिया और आह्वान किया कि किसी के साथ गैरबराबरी नहीं होनी चाहिए | जनेऊ छोड़ो तो एक जगह हजारों लोगों ने अपना जनेऊ हटा दिया।
गुजरात चुनाव में राहुल गांधी के मंदिर जाने और जनेऊ के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि वोट के लिए लोग कहीं चले जायेंगे। उन्होंने कहा कि वैसे हमारा कोई एतराज नहीं है, कोई किसी भी धार्मिक स्थल पर जाये। हम तो शुरू से इसके हिमायती रहे हैं। मजार पर सभी समाज के लोग जाते हैं। ऐसे मौके को लोगों ने चुनावी तरीका बना दिया, ऐसा देखा जाता है।