बिहार
बिहार में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती हालत पर विपक्ष का विधानमंडल के दोनों सदनों में हंगामा
By Deshwani | Publish Date: 29/11/2017 6:38:46 PMपटना, (हि.स.)। बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में बुधवार को राज्य में कानून-व्यवस्था की कथित बिगड़ती स्थिति को लेकर विपक्ष ने जबर्दस्त हंगामा किया। हंगामे के ही बीच सदन की कार्यवाही चली। दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होने के पहले भी राजद विधायकों ने पोर्टिकों के प्रवेश द्वार पर तख्ती लेकर विरोध प्रदर्शन किया। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी परिषद में विरोध की कमान संभाले रखीं।
विधानसभा में शून्यकाल समाप्त होने के बाद विपक्ष ने समस्तीपुर में शराब कारोबारियों और पुलिस की मुठभेड़ में एक हवलदार की मौत की घटना को लेकर पेश कार्यस्थगन प्रस्ताव अमान्य कर दिये जाने संबंधी विधानसभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी की घोषणा के बाद हंगामा शुरू कर दिया। सदन की बीच आकर 'लाठी-गोली की सरकार नहीं चलेगी,नहीं चलेगी' के नारा सहित लोगों की जानमाल की हिफाजत करने में सरकार के विफल होने के आरोप के साथ लगभग 25 मिनट हंगामा करते रहे। इसी दौरान शून्य काल की सूचना और ध्यानाकषर्ण की कार्यवाही चलती रही। इसके बाद सदन की कार्यवाही भोजनावकाश के लिए स्थगित कर दी गयी।
विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने आरोप किया कि प्रदेश में जदयू-भाजपा की सरकार बनने के बाद कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ रही है। लोग डरे-सहमे महसूस कर रहे हैं। अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है। विभिन्न विभागों में नये-नये घोटाले उजागर हो रहे हैं। सरकार छोटे कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई कर घोटाले की लीपापोती कर रही है।
वहीं उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने विपक्ष के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने शोर-शराबे के बीच कहा कि राजद को कानून-व्यवस्था पर बोलने का अधिकार नहीं है। राजद के 15 वर्षों के शासन में विशेष रुप से फिरौती के लिए अपहरण की घटना को लेकर लोग डरे-सहमे रहने लगे थे। शाम छह बजे दूकानें बंद हो जाती थी। राजद ने अपराधी शहाबुद्दीन और बलात्कारी राजबल्लभ यादव जैसे लोगों को संरक्षण दिया। उन्होंने दावा किया कि आज स्थिति अलग है। उनकी सरकार किसी को भी बख्शनेवाली नहीं है। चारा और अलकतरा घोटाले में शामिल लोगों के साथ सृजन घोटाले में शामिल लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी।