अररिया ,(हि.स.) । बिहार के अररिया जिले की धरती पर अब नक्सलियों की धमक पड़ने लगी है। यह संकेत बीते 5 दिन पूर्व अररिया जिला के रानीगंज प्रखंड के परिहारी में मिले बम से मिल रहा है। अररिया जिले के सिकटी, जोकीहाट, सिमराहा, पलासी आदि जगहों पर बम मिलने की घटना में प्रकाश में आते रहा है। लेकिन परिहारी में मिला बम कुछ अलग ही कहानी बयां कर रहा है।
बम को निष्क्रिय करने कटिहार से पहुंची टीम के सदस्यों का भी मानना है इसे कोई एक्सपर्ट ही बना सकता है। टीम सदस्यों का मानना था कि इस तरह का बम नक्सली ही प्रयोग करते हैं।
अररिया में भी हैं बम बनाने के एक्सपर्ट
हाल के ही पांच वर्षों के आकंड़ों पर गौर करें तो जिले में दो दर्जन से अधिक जगहों पर बम मिलने की घटना सामने आ चुकी है। लेकिन पुलिस आज तक यह खुलासा नहीं कर पायी कि लगातार बम अररिया में बनाया जा रहा है या फिर बाहर से मंगाया जाता है।
जिस मात्रा में बम की बरामदगी के साथ प्रयोग होने की घटना सामने आ रही है, उससे साबित हो रहा है कि अररिया में बम बनाने का कारोबार धड़ल्ले से जारी है। वर्ष 2017 में भी बम विस्फोटक अधिनियम के पांच मामले सामने आ चुके हैं जिसमें एक मामले जोकीहाट, एक मामले जोगबनी, तीन मामले रानीगंज में सामने आ चुके हैं।
खगड़िया से जुड़ रहा सीमांचल के परिहारी का बम
जानकारों का कहना है कि रानीगंज के परिहारी में मिला बम नक्सलियों से जुड़ा है। बताया जा रहा है कि रानीगंज, भरगामा के कई ऐसे गांव हैं जहां के लोगों का संपर्क और नक्सलियों से है। जिस-जिस जगह पुलिसिया कार्रवाई तेज होती है वहां के नक्सली भागकर इन क्षेत्रों में शरण लेते हैं। इस दौरान वह अपनी गतिविधियों की जानकारी भी अपने संपर्क वालों को देते हैं। जानकारों की मानें तो नक्सली हथियार के साथ विस्फोटक सामग्री भी अपने परिचितों के पास सुरक्षित रखते हैं।
डीएसपी कुमार देवेन्द्र सिंह ने इस संदर्भ में बताया कि परिहारी में मिला बम नक्सली का हो सकता है। चूंकि बम अत्यधिक विस्फोटक था, इसलिए उसे धान के खेत में रख दिया होगा। डीएसपी श्री के.डी.सिंह का भी मानना है कि रानीगंज के कुछ लोगों का संपर्क खगड़िया के नक्सलियों से होने की जानकारी मिल रही है पर जिले में नक्सलियों को पांव पसारने नही दिया जायेगा। इसके लिए पुलिस ने अपनी कमर कस ली है ।