पटना, (हि.स.)। बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति सत्यपाल मलिक ने शनिवार को यहां कुलपतियों को वर्षों से लंबित छात्र-संघ 15 जनवरी तक पूरा करने का निर्देश दिया है। चार माह के अंदर मार्च, 2018 तक पढ़ाई और परीक्षा का कैलेंडर अनिवार्यत: तैयार होनी है। चार माह में ही शिक्षक-कर्मचारियों की बायोमेट्रिक हाजिरी की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी है। इसी अवधि में विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रमों में अपेक्षित बदलाव भी कर लेनी है।
राज्यपाल ने शनिवार राजभवन में कुलपतियों के साथ पहली बैठक कर उच्च शिक्षा क्षेत्र में सुधार और बदलाव के लिए कई निर्णय लेने के साथ निर्धारित समय सीमा में उसका अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने प्रत्येक माह के तीसरे बुधवार को कुलपतियों की समीक्षा बैठक करने का भी निर्णय लिया है।
बैठक में शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने उच्च शिक्षा जगत में अपेक्षित सुधार के लिए सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग सुलभ कराने का भरोसा दिया।
राज्यपाल ने उच्च शिक्षा संस्थानों में स्वच्छता की गारंटी करने के साथ निर्देश दिया कि प्रर्याप्त संख्या में शौचालय नहीं होने पर कालेजों को समबद्धता नहीं मिलेगी।
राष्ट्र की मानवीय सभ्यताओं ने तरक्की के लिए शिक्षा को प्राथमिकता जरूरी : राज्यपाल
उसी राष्ट्र की मानवीय सभ्यताओं ने तरक्की की है, जहां शिक्षा एवं संस्कृति के विकास पर सर्वाधिक ध्यान दिया गया है। बेहतर तालीम देने वाले शिक्षण संस्थान मुल्क की तरक्की का रास्ता तैयार करते हैं । शिक्षा से ताकतवर कुछ भी नहीं। इससे देश तेजी से तरक्की करता है । यह बातें राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने शनिवार को नाट्रेडेम एकेडमी के वार्षिक स्पोर्टस डे समारोह का उद्घाटन करते हुए कही।
राज्यपाल ने कहा कि विश्वयुद्ध के समय भी ब्रिटेन ने अपने बजट में शिक्षा प्रक्षेत्र के आवंटन में कोई कमी नहीं की थी । उन्होंने कहा कि ब्रिटेन और जर्मनी जैसे विकसित देश यह ख्याल रखते हैं कि युद्ध के दौरान शिक्षण-संस्थानों पर हमले नहीं किए जायेंगे। मतलब यह कि हर विकसित देश शिक्षा के महत्व को समझते हैं और शिक्षा-व्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में ही अपने राष्ट्र की पूरी भलाई समझते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि खेलकूद, सांस्कृतिक आयोजनों आदि से बच्चों का सर्वांगिण विकास होता है। उन्होंने कहा कि नाट्रेडेम जैसे उत्कृष्ट श्रेणी के शिक्षण संस्थानों में बच्चे-बच्चियों के व्यक्तित्व का समग्र विकास हो पाता है। उन्होंने कहा कि उत्कृष्ट शिक्षण व्यवस्था के कारण ही हावर्ड यूनिवर्सिटी तथा एमआईटी अमेरिका के विद्यार्थियों को काफी संख्या में नॉबेल पुरस्कार मिल सके हैं।
कार्यक्रम का उदघाटन राज्यपाल ने गुब्बारे उड़ाकर ‘एनुअल स्पोर्ट्स डे’ का उद्घाटन किया एवं कुछ सफल प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया। मौके पर स्कूल के छात्र-छात्राएं, शिक्षक सहित कई लोग उपस्थित थे।