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बिहार
पटना विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिलना चाहिए- नीतीश कुमार
By Deshwani | Publish Date: 16/10/2017 6:30:51 PM
पटना विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिलना चाहिए- नीतीश कुमार

पटना, ( हि स )। पटना विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय बनाये जाने की मांग पर प्रधानमन्त्री की ओर से “सेंटर ऑफ एक्सेलेंस” बनने की प्रतिस्पर्धा में इसे शामिल होने के आमन्त्रण पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहा कि इस विश्वविद्यालय का जनमानस में विशेष स्थान है इसलिए उस नजरिए से इसे केंद्रीय विष्वविद्यालय का दर्जा मिलना चाहिए।

 

लोक संवाद कार्यक्रम के बाद आज 1 अणे मार्ग में संवाददाता स्म्मेलन में नीतीश कुमार ने यहाँ सोमवार को कहा कि पटना विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिए जाने की मांग, कोई नई मांग नहीं है1 उन्होंने कहा कि पूर्व के वर्षो में भी संसद में यह मांग वे उठाते रहे हैं और उनके कार्यकाल में राज्य सरकार ने इस संदर्भ में केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भी भेजा था। 

 

नीतीश कुमार ने कहा कि वर्ष 1917 में केंद्र के कानून से ही पटना विश्वविद्यालय का गठन हुआ था इसलिए इसका निर्णय केंद्र को करना है।

 

पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में शनिवार को राजधानी पटना में प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की ओर इस विश्वविद्यालय के सन्दर्भ में उनकी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि प्रधानमन्त्री ने कहा है कि सेंटर ऑफ एक्सेलेंस के लिए विश्वविद्यालयों का चयन होना है। राज्य के विश्वविद्यालयों की खराब स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा की विश्वविद्यालयों के संचालन और नियंत्रण की जिम्मेवारी कुलाधिपति (राज्यपाल) के पास होती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर केवल इस कार्य के लिए धन उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी होती है और उनकी सरकार प्रत्येक वर्ष 4 हजार करोड़ रुपये अनुदान के रूप में विश्वविद्यालयों को उपलब्ध कराती है । 

 

नीतीश कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय राज्य के प्रत्यक्ष नियंत्रण में नहीं होता है। विश्वविद्यालयों को एकेडमिक कैलेंडर बनाने और समय पर परीक्षा कराने की उन्होंने सलाह दी 1 विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की कमी पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए लोक सेवा आयोग को इसकी जिम्मेवारी दी गई है। उन्होने कहा कि यूनिवर्सिटी सर्विस कमीशन का गठन करने के लिए कानून बनाया गया है जिसके माध्यम से सारी चीजों का समाधान होगा। 

 

मेडिकल कालेजों और इंजीनियरिंग कालेजों में शिक्षकों की कमी को स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए विचार करने की आवश्यकता है क्योंकि यह समस्या सिर्फ बिहार की नहीं बल्कि पूरे देश की है। 

 

स्कूली शिक्षा के सन्दर्भमें मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें सुधार के लिए उनकी सरकार ने काफी काम किया है जिसके परिणामस्वरूप स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ गई है 1 उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में 12.50 प्रतिशत बच्चे स्कूल से बाहर रहते थे, आज यह आंकड़ा एक प्रतिशत से भी कम हो गया है। पहले लड़कियों की संख्या स्कूलों में काफी कम थी। बालिका पोशाक योजना, साईकिल योजना चलायी गयी, जिसके कारण स्कूलो में छात्राओं की संख्या छात्रों के बराबर हो गई है । 

 

गंगा नदी में बन रहे राष्ट्रीय जल मार्ग के संदर्भ मे पूछे गये प्रश्न का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उपयोगी व्यवस्था है जिस पर उनकी सरकार असहमत नहीं है 1 उन्होंने कहा कि जल मार्ग विकसित करने के लिए जल प्रवाह में तीव्रता होनी चाहिए। गंगा नदी में सिल्ट की समस्या को एक बड़ी समस्या बताते हुए उन्होंने कहा कि इसे कृत्रिम तरीके से ठीक नहीं किया जा सकता है। इसके लिए पानी के ऊपरी प्रवाह को ठीक करना होगा और प्रवाह में तीव्रता लानी होगी। 

 

गंगा की निर्मलता और अविरलता में अन्योनाश्रय संबंध बताते हुए उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष गंगा की बाढ़ के तुरंत बाद सिल्ट की समस्या का मुद्दा पुरजोर तरीके से उठाया गया था। एक महीना पहले केन्द्र सरकार द्वारा एक्सपर्ट कमिटी बनायी गई है, जो विभिन्न तरह के सुझाव देगी। उन्होंने कहा कि वे व्यक्तिगत तौर पर केन्द्रीय भूतल और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर गंगा से जुड़े इन मुद्दों पर जल्द ही चर्चा करेंगे1 नदियों की आविरलता बनाये रखना को एक जटिल समस्या बताते हुए उन्होंने कहा कि वे राष्ट्रीय जल मार्ग के खिलाफ नहीं हैं परन्तु आज की स्थिति में गंगा नदी में कमजोर प्रवाह को देखते हुए जल मार्ग की परिकल्पना उपयोगी नहीं होगी । सोन नदी की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक पुरानी अंतर्राज्यीय नदी है जिसकी भी अविरलता भंग हुयी है 1

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर से निकलने वाले पानी को संशोधित कर उसके उपयोग के लिए नगर विकास विभाग, जल संसाधन विभाग, कृषि विभाग लगातार काम कर रहा है। इस पानी का सिंचाई के लिए इसका उपयोग किया जाएगा। 

 

आगरा के ताजमहल से जुड़े प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि सबलोग जानते हैं कि ताज महल ऐतिहासिक जगह है, जिसकी देश- विदेश में ख्याति है। 

 

राहुल गांधी के कांग्रेस का अध्यक्ष बनये जाने पर नीतीश कुमार ने उन्हें शुभकामनाएं दीं । नीतीश कुमार ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में सब कुछ पहले से तय रहता है इसलिए बहुत दिनों से राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाये जाने की चर्चा हो रही थी 1 

 

केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के जी0एस0टी0 के अन्तर्गत रियल स्टेट को लाये जाने के संदर्भ में पूछे गये प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले से ही बिहार ने इसका समर्थन किया था और आगे भी इसका समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा कि जी0एस0टी0 में नई-नई चीजें आती जाएंगी, उसमें बदलाव होता जाएगा।

 

लोक संवाद कार्यक्रम में में स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, श्रम संसाधन, ग्रामीण विकास (जीविका), कृषि, पषु एवं मत्स्य संसाधन, कला, संस्कृति, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण, योजना एवं विकास तथा पर्यावरण एवं वन विभाग से संबंधित मामलों पर चार लोगों ने मुख्यमंत्री को अपना सुझाव दिया। 

 

लोक संवाद कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, योजना एवं विकास मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, समाज कल्याण मंत्री कुमारी मंजू वर्मा, श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी, कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि, अनुसूचित जाति/जन जाति कल्याण मंत्री रमेष ऋषिदेव, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा कल्याण मंत्री ब्रज किशोर बिन्द, पशु एवं मत्स संसाधन मंत्री पशुपति पारस तथा राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे 1 

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