बिहार
प्रधानमंत्री अर्थव्यवस्था को लेकर कन्फ्यूज हैं : तारिक अनवर
By Deshwani | Publish Date: 15/10/2017 5:39:01 PMकटिहार, (हि.स.)। केन्द्रीय की एनडीए सरकार विगत साढ़े तीन साल से लगातार जो निर्णय कर रही है, सभी के सभी निर्णय मिसमैनेज हो रहा है। खासतौर पर आर्थिक क्षेत्र में केन्द्र सरकार द्वारा लिया गया नोटबन्दी, जीएसटी या नया 200 सौ और 50 सौ का नोट छप रहा है । सभी निर्णय सरकार का अस्त-व्यस्त निर्णय है। यह कहना है राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह कटिहार के सांसद तारिक अनवर का । रविवार को कटिहार में प्रेसवार्ता में कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अर्थ व्यवस्था को लेकर बिल्कुल कन्फ्यूज हैं । तारिक अनवर ने एनडीए सरकार के पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा का जिक्र करते हुए कहा कि उनका बयान पूरी तरह से इस बात को स्पष्ट करता है कि किस तरह आज देश की अर्थ व्यवस्था चरमरा रही है। देश में विकास दर और लोगों का आमदनी कम हो रही है। फिर भी हमारे प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि देश तरक्की की ओर अग्रसर है। अनवर ने कहा कि भारत के अर्थ व्यवस्था के बारे में दुनिया भर के तमाम अर्थशास्त्री और लोगों का जो बयान आया है ,इन सब बातों से प्रधानमंत्री को सबक लेने की आवश्यकता है। पूर्व गवर्नर राजन के बयान को परखने की जरूरत है, लेकिन ऐसा लगता है कि हमारे पीएम कुछ सुनने के लिए तैयार नहीं है और अपनी जिद पर कायम रहना चाहते हैं। इसका नुकसान पूरे देश को उठाना पड़ेगा।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप पर बोलते हुए अनवर ने कहा कि जब लालू प्रसाद यादव के बेटे पर घोटाले में शामिल होने का आरोप लगा तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस्तीफा मांग रहे थे और यहाँ तक कि बिहार में महागठबंधन की सरकार को गिराने का काम किया। अब अमित शाह के बेटे के ऊपर आरोप लगा है तो नीतीश कुमार बीजेपी के विरुद्ध बोलने की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं। अनवर ने केन्द्र सरकार पर जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्षी दलों के जितने नेता हैं अगर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगते हैं तो सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स सहित सभी जांच एजेंसियों को लगा दिया जाता है। तारिक ने केंद्र सरकार से मांग किया कि अमित शाह के बेटे के ऊपर लगे आरोप की जांच होनी चाहिए।